Vahan Pradushan Janch Kendra Kaise Khole: वर्तमान समय में वाहन प्रदूषण के कारण जनित समस्याओं ने सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इस कारण से नए मोटर व्हीकल एक्ट मोबाइल के मानकों को तय करने में सरकार की दिलचस्पी रही है । इसी कारण से आज के समय में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र का बिजनेस लाभप्रद बिजनेस हो सकता है।
पूरा विश्व आज वाहन प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। दिल्ली जैसे बड़े शहरों में वाहन प्रदूषण के कारण जन सामान्य गतिविधियां काफी प्रभावित होने लगी है। इस संदर्भ में सरकार की नीतियां व कार्य योजनाएं पोलूशन कंट्रोल बोर्ड की नीतियां वाहन प्रदूषण को केंद्र में रखकर बनाए जा रहे हैं। पता इस समय इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियां विद्यमान है। आज हम आपको इस आर्टिकल में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र कैसे खोले? के बारे में पूरी जानकरी देंगे जिसे आपको यह बिज़नेस करने में कोई दुविधा न हो।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र कैसे खोले? | Vahan Pradushan Janch Kendra Kaise Khole
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वाहन प्रदूषण जांच केंद्र की आवश्यकता
विगत कुछ वर्षों से अगर आप ध्यान से देखें तो आप पाएंगे कि भारत जैसे विकासशील देशों में वाहनों की संख्या आश्चर्यजनक रूप से काफी बड़ी है। जिस कारण इनके रखरखाव व परिचालन में विभिन्न समस्याओं को जन्म दिया है। उस सरकार को इस संदर्भ में नीति बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
वर्तमान सरकारों की नीतियां जिसमें पोलूशन के विभिन्न स्तरों की जांच व उन से होने वाले प्रदूषण की जांच को गंभीरता से लिया जा रहा है । इतने अधिक वाहनों की संख्या होने व प्रदूषण से मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा रहा है।
प्रदूषण सर्टिफिकेट अनिवार्यता
इसके द्वारा निर्मित वाहन प्रदूषण के कारण भारत सरकार ने व्हीकल एक्ट के तहत सभी वाहनों के लिए प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने का प्रावधान जारी किया है।
अगर बिना वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट के आप परिवहन करते हैं । तो आप पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है । इसी कारण से काफी लोग वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं। वर्तमान समय में वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी करने के लिए जांच केंद्रों की काफी कमी महसूस की जा रही है।
इस कारण से अगर आप वाहन प्रदूषण केंद्र खोलने की योजना बना रहे हैं। तो उससे संबंधित सभी तथ्यों नियम शर्तों सहित सभी प्रकार की जानकारी इस लेख मे प्रदान की जा रही है। इस बिज़नेस में काफी लाभ कमाया जा सकता है।
प्रदूषण जांच केंद्र कैसे खोलें?
प्रदूषण जांच केंद्र वाहनों को प्रदूषण सर्टिफिकेट बना कर देते हैं जिससे यह पता लगता है कि आप का वाहन कितना प्रदूषण कर रहा है। प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के लिए के लिएआपके वाहन की मशीन के द्वारा जांच की जाती है। इसके माध्यम से पता किया जाता है कि आपका वाहन कितना प्रदूषण फैला रहा है।
इसलिए वर्तमान समय में यह सर्टिफिकेट बहुत जरूरी हो गया है इसके ना होने पर आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है वह कानूनी प्रक्रिया के तहत आप पर कार्रवाई की जा सकती है।
भारत में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र का बाजार
वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन के दौर में ओजोन क्षरण से होने वाले हानिकारक प्रभाव ने विश्व बिरादरी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। आज पूरा विश्व समुदाय समस्या जूझ रहा है और वाहन प्रदूषण एक महत्वपूर्ण कारण है। वाहन प्रदूषण में वाहनों के द्वारा फैलाए गए प्रदूषण काफी बड़ा भाग है।
इसलिए भारत समेत पूरे विश्व में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए वाहनों से संबंधित नीतियों का निर्माण किया जा रहा है व्हीकल एक्ट 2019 प्रावधान किया गया है सभी वाहनों के लिए प्रदूषण सर्टिफिकेट आवश्यक है ।
इसके आधार पर ही वाहनों का परिचालन किया जाएगा सभी वाहन धारकों को प्रदूषण सर्टिफिकेट रखना आवश्यक है। वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी करने के लिए वाहन प्रदूषण केंद्र होना आवश्यक है।अभी वाहन प्रदूषण केंद्रों की उपस्थिति वाहनों के अनुपात में ना के बराबर हैं । इस कारण से इस व्यवसाय में भविष्य में विकास के कई संभावनाएं नजर आ रही है।
आने वाले समय में इसका बाजार बढ़ने विकास की अत्यंत संभावना है। इसलिए नए बिजनेस के रूप में यह काफी लाभदायक हो सकता है। जो मौसमी ना होकर साल के सभी महीनों में समान रूप से लाभ प्रदान कर सकता है।
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नया मोटर व्हीकल एक्ट
भारत सरकार ने 2019 में नया मोटर व्हीकल एक्ट पारित किया है, जिसके तहत सभी वाहन धारकों को प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाना आवश्यक है। इसके लिए उन्हें अपने वाहनों की प्रदूषण जांच केंद्र पर जांच कराकर उसका सर्टिफिकेट अपने साथ रखना होता है। वह परिचालन के समय कभी भी इसके जांच की जा सकती है इसके ना पाए जाने पर आर्थिक दंड का भी प्रावधान किया गया।
बिजनेस में लाभ का कितना स्कोप है ?
वर्तमान समय में जिस प्रकार से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है आप अंदाजा लगा सकते हैं। एक वाहन ना होकर कई घरों में इससे ज्यादा भी मिल जाते हैं। इसी कारण से इस बिजनेस मे लाभ की काफी संभावनाएं हैं । वह आने वाले 4-5 सालों में इसमें तेजी देखी जाएगी क्योंकि जितनी संख्या में वाहन होंगे उतनी संख्या में उन्हें प्रदूषण सर्टिफिकेट की आवश्यकता होगी।
इसके लिए उन्हें प्रदूषण जांच केंद्र में अपने वाहनों की जांच करवा कर प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी करवाना पड़ेगा। यह काफी लाभप्रद बिजनेस हो सकता है।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र बिजनेस में निवेश
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आपको किसी सड़क किनारे यह मार्केट में खोलने की आवश्यकता नहीं है। इसे आप पेट्रोल पंप के नजदीक भी खोल सकते हैं। यह कम लागत में अधिक मुनाफा देने में सक्षम हो सकता है। इसके लिए आपको शुरुआती पूंजी एक से डेढ़ लाख रुपए की आवश्यकता पड़ेगी।
साथ ही साथ आपको इसके लिए प्रतिमाह किराया भी चुकाना होगा। वाहन प्रदूषण केंद्र की स्थापना में बहुत ही कम निवेश की आवश्यकता होती है।न्यूनतम आवश्यकताओं की सामग्री के साथ बिजनेस स्टार्ट करने के पश्चात आप इसके कई शाखाएं खोल सकते हैं। इसका विस्तार किया जा सकता है। आप इसकी एक चेन खोल सकते हैं वह बड़े पैमाने पर इसका विस्तार कर सकते हैं।
यह आपकी काबिलियत और क्षमता पर निर्भर करता है कि आप इससे कितना लाभ कमा सकते हैं को कितनी ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं क्योंकि इसका भविष्य काफी संभावनाओं से परिपूर्ण है। जो कि किसी भी बिजनेस के स्टार्ट करने के लिए आवश्यक होता है।
इसका बाजार बहुत ही बड़ा है। हर घर में वाहन या तो है कुछ घरों में इसकी संख्या ज्यादा हो सकती है और कुछ लोग इसे खरीदने की योजना बना रहे हैं। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि इस बिजनेस में एक बहुत बड़ा बाजार है और व्यापक लाभ की संभावना है।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के नियम व शर्तें
1.प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आपको नजदीकी आरटीओ ऑफिस से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा।
2. प्रदूषण जांच केंद्र को किसी ऑटो मोबाइल शॉप या पेट्रोल पंप के नजदीक बिना रोक-टोक के खोल सकते हैं।
3. प्रदूषण जांच केंद्र के लाइसेंस को प्रतिवर्ष रिन्यू करवाना आवश्यक होता है।
4. केबिन का कलर पीले रंग का होना चाहिए जबकि उसकी लंबाई चौड़ाई 2.5 2 मीटर होनी चाहिए। जिस पर बड़े अक्षरों में आपको अपना लाइसेंस का नंबर दर्ज कराना होगा।
5.आप अपने प्रदूषण जांच केंद्र से जितने भी सर्टिफिकेट जारी करेंगे उन सभी का रिकॉर्ड आपको 1 वर्ष के लिए रखना होगा।
6.जिस व्यक्ति के नाम से आप प्रदूषण जांच केंद्र का लाइसेंस बनाएंगे वही व्यक्ति उसे चला सकता है एक लाइसेंस पर एक ही प्रदूषण जांच केंद्र चलाया जा सकता है।
7. प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के बाद आपको सरकार द्वारा जारी किए गए प्रिंटेड सर्टिफिकेट व स्टिकर ही देने होते हैं।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए विभिन्न उपकरणों की आवश्यकता
1. एक अच्छी स्पीड का इंटरनेट कनेक्शन
2. कंप्यूटर या लैपटॉप
3. अच्छी पावर सप्लाई
4. यूएसबी वेब कैमरा
5. स्मोक एनालाइजर प्रिंटर इत्यादि
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आवश्यक सर्टिफिकेट
1. ऑटो मैकेनिक सर्टिफिकेट
2. मोटर मैकेनिक सर्टिफिकेट
3. स्कूटर मैकेनिक सर्टिफिक
4.ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट
5.डीजल मैकेनिक सर्टिफिकेट
6. इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से प्रमाणित सर्टिफिकेट
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केंद्र का लाइसेंस कैसे प्राप्त करें?
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आपको एक बिजनेस अकाउंट उनके इस नंबर की आवश्यकता पड़ेगी। इन दस्तावेजों को लेकर आपको आरटीओ जाना होगा, वहीं से इसकी परमिशन प्राप्त होगी। इस बिजनेस स्टार्ट करने के लिए आपको सरकार द्वारा निर्धारित मानको का पालन करना पड़ता है। साथ ही साथ आवश्यक दस्तावेजों के साथ आपको आरटीओ कार्यालय में पंजीकरण कराना पड़ता है।
इसके लिए आपका एक बिजनेस अकाउंट होना चाहिए और आवश्यक दस्तावेजों में पहचान पत्र इत्यादि की आवश्यकता भी पड़ती है। आपके प्रदूषण जांच केंद्र की सरकार द्वारा स्थापित प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर जांच भी की जा सकती है । इसलिए आपको उचित मानकों का पालन करना चाहिए ताकि आपका लाइसेंस निरस्त हो लाइसेंस को रिन्यू करा लेना चाहिए।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। इस वेबसाइट पर जाकर आप वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आवेदन कर सकते हैं। नीचे उसका लिंक दिया गया है https://vahan.parivahan.gov.in/puc/वेबसाइट पर जाना होगा।
इस साइट को ओपन करने के बाद आपको न्यू ओल्ड पीयूसी सेंटर के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इस पर क्लिक करने के बाद एक आवेदन फॉर्म आएगा जिस को भरकर आपको वहां पर सबमिट करना पड़ेगा।
इस बिजनेस में शामिल जोखिम
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने में किसी भी प्रकार का कोई जोखिम नही है। नहीं है बस आपको इसको खोलते समय इसकी लोकेशन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह ज्यादा भीड़ भाड़ में ना हो । आप इसे हाईवे यह सड़क के किनारे पेट्रोल पंप के नजदीक ऑटोमोबाइल सेंटर के नजदीक खोल सकते हैं।
इस बिज़नेस में लाभ कमाने की काफी संभावनाएं है क्योंकि वर्तमान समय में वाहनों की काफी ज्यादा संख्या है। इसलिए आने वाले समय में वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ प्रदूषण जांच केंद्र की भी आवश्यकता पड़ेगी। वर्तमान समय में वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के लिए वाहन प्रदूषण जांच केंद्र की काफी कमी है। इस बिजनेस के कोई विशेष जोखिम नहीं है।
आपको समय-समय पर सरकार द्वारा तय किए गए मानकों का पालन करना चाहिए। सर्टिफिकेट देते समय इन सभी मानकों का पालन करना चाहिए और सरकार द्वारा तय की गई व्हीकल पॉलिसी में उल्लेखित प्रावधानों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि आप अपनी विश्वसनीयता और वैधता बनाए रख सके। समय-समय पर लाइसेंस रिन्यू करा लेना चाहिए, जिससे कि आप सरकारी कार्रवाई से बच सकें।
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र बिजनेस में लाभ
वाहन प्रदूषण जांच केंद्र बिजनेस में शुरुआत में आपको थोड़ा समय लग सकता है। जैसे आपका परिचय कार्य क्षेत्र का दायरा बढ़ेगा उसमें लाभ की संभावनाएं बढ़ती जाएगी। साथ ही ऑफिस में रोजाना चार से पांच हजार रुपए यानी कि महीने का 40 से 70 हजार तक कमा सकते हैं। इतनी आमदनी किसी भी बिजनेस के लिए अच्छी मानी जा सकती है।
साथ ही साथ इस की चेन भी स्टार्ट कर सकते हैं, जिससे कि इसको व्यापक स्तर पर किया जा सके। आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बुक पर इस प्रकार के मिलते हैं जो रोजमर्रा की चीजों की सेवाएं आपको प्रदान करते हैं । ठीक उसी प्रकार से आप बिजनेस को ऑनलाइन भी ले जा सकते हैं । जिसमें इसका दायरा काफी बढ़ जाएगा और आप के लाभ मैं भी वृद्धि होगी।
जितना अधिक इसका विस्तार करेंगे उत्तना लाभ कमाया जा सकता है। इसमें आप ग्राहकों को ऑनलाइन अपार्टमेंट दे सकते हैं जिससे कि उन्हें प्रदूषण सर्टिफिकेट पाने के लिए सही समय और दिनांक अब दे सकते हैं , जिससे कि उनका का समय और पैसा दोनों बचाया जा सके। वह इस प्रकार से आप ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर पाएंगे।
FAQ
जी नहीं, इसके लिए किसी भी प्रकार की व्यवसायिक शिक्षा की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आपको एक से डेढ़ लाख निवेश की आवश्यकता होगी।
इस बिज़नेस में 40 से 60 हजार मासिक कमाया जा सकता है।
इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए कोई विशेष लोकेशन की जरूरत नहीं पड़ती है।
जी बिल्कुल, इसके लिए आपको पंजीकरण व लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है। लाइसेंस को हर वर्ष रिन्यू कराना होता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार से वाहन प्रदूषण केंद्र स्थापित कर आप एक अच्छा लाभ कमा सकते हैं। आज के समय में इस बिजनेस में अच्छा लाभ कमाया जा सकता है। क्योंकि भारत समेत पूरे विश्व में परिवहन के रूप में काफी बड़ी मात्रा में वाहन परिचालित हो रहे हैं, जिस कारण से इतने अधिक पैमाने पर वाहनों को वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी करने के लिए भारत समेत विश्व में पर्याप्त वायु प्रदूषण केंद्र उपलब्ध नहीं।
निश्चित तौर पर इस क्षेत्र में लाभ की काफी संभावना है। वह भविष्य में इसके विकास की अत्यधिक आवश्यकता है। प्रदूषण एक ऐसी समस्या है जिसने पूरे विश्व समुदाय परेशान कर रखा है। वह वाहन प्रदूषण में वाहनों द्वारा निकाले गए प्रदूषको का भी काफी योगदान है । इस कारण से भविष्य में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र कि और भी अत्यधिक आवश्यकता होगी। जो इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इसलिए इस बिजनेस में पेसा लगाना फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
इस आर्टिकल में हमने आपको वाहन प्रदूषण जांच केंद्र कैसे खोले? ( Vahan Pradushan Janch Kendra Kaise Khole ) के बारे में पूरी जानकारी देनी की कोशिश की है। हमें उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा।
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