Detergent Powder Making Business In Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाले व्यवसाय के बारे में। इस व्यवसाय को कैसे शुरू किया जाता है, इस व्यवसाय में कच्चे माल के रूप में किस सामग्री का उपयोग किया जाता है, व्यवसाय का स्थान, जोखिम, मुनाफा क्या हो सकता है आदि सभी प्रश्नों के उत्तर आज के इस आर्टिकल में दिए जाएंगे।
आज के इस आधुनिक युग में लोग प्रभावी और त्वरित सामानों के उपयोग को बढ़ावा देते हैं, जिस वजह से डिटर्जेंट पाउडर हमारी वर्तमान जीवन शैली में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसका प्रयोग घर की साफ सफाई कपड़े धोने आदि में किया जाता है।
क्योंकि इसके प्रयोग से गंदगी, धूल, ग्रीस आदि को आसानी से साफ किया जा सकता है। यह घरेलू उपयोग से लेकर बड़े बड़े संस्थानों व्यवसाय व उद्योगों में भी प्रयोग किया जाता है। इस उद्योग का संबंध पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री से है।
पहले लोग कपड़े धोने के लिए साबुन का उपयोग किया करते थे, जिसमें मेहनत अधिक लगती है। लेकिन डिटर्जेंट पाउडर का इस्तेमाल पानी में घोलकर किया जाता है, जो कि गंदगी को आसानी से बाहर निकालने में सहायक होता है।
डिटर्जेंट पाउडर के सबसे बड़े उपयोग कर्ता वाणिज्यिक भवन, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल, रेलवे कोच, वाहन, हवाई जहाज, कपड़ा उद्योग आदि सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से हैं। इसका उपयोग रंगाई परिष्करण कार्यों, ऊनी वस्त्र में मुद्रण के लिए भी किया जाता है।
डिटर्जेंट पाउडर बनाने का बिजनेस कैसे करें? | Detergent Powder Making Business In Hindi
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डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय क्या है?
डिटर्जेंट पाउडर की यदि बात की जाए तो इसे वॉशिंग पाउडर के रूप में भी पहचाना जाता है। यह एक ऐसा पदार्थ है, जिसका उपयोग लोग घरों और बाहर सफाई के लिए करते हैं। इसका निर्माण साबुन बनाने की निरंतर प्रक्रिया के पश्चात हुआ है।
जैसा कि हम जानते हैं इसका उपयोग सफाई कार्यों में किया जाता है। तो भारत जैसे जनसंख्या बहुल देश में इसके बहुत अधिक उपयोग कर्ता है, जो कि इसकी मांग को निरंतर बढ़ा रहे हैं। इस कारण इसका बाजार बहुत बड़ा हो गया है। लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जब व्यक्तियों के द्वारा डिटर्जेंट पाउडर का उत्पादन किया जाता है तो उस व्यवसाय को ही डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय कहा जाता है।
डिटर्जेंट पाउडर बिक्री की संभावना
यदि हम डिटर्जेंट पाउडर बिक्री की संभावना की बात करते हैं तो भारत जैसे देश में इनकी बहुत अधिक संभावनाएं और ग्राहक है। भारत के डिटर्जेंट इंडिया आउटलुक 2021 के अनुसार विगत 5 सालों में डिटर्जेंट का बाजार 13.06% सीएजीआर के साथ आगे बढ़ रहा है।
बाजार में डिटर्जेंट पाउडर के मुख्यतः तीन प्रकार उपलब्ध हैं, जिनमें डिटर्जेंट पाउडर, लिक्विड डिटर्जेंट और बार डिटर्जेंट। जिनमें से डिटर्जेंट पाउडर सबसे अधिक बिकने वाला और ग्राहकों के द्वारा खरीदा जाने वाला डिटर्जेंट है।
प्रत्येक व्यवसाय में कुछ स्थापित इंडस्ट्री होती हैं, जो पूरे बाजार पर नियंत्रण करके रखती हैं और कुछ असंगठित व्यवसायी होते हैं, जिनकी पकड़ कमजोर होती है। क्षेत्र में यदि बड़े उत्पादन कर्ता की बात की जाए तो हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड, p&g, निरमा, ज्योति लैबोरेट्रीज आदि है, जिनके उत्पादों में प्रमुख घड़ी, सर्फ एक्सेल, एक्टिव व्हील, रिन, टाइड ,एरियल का निर्माण आदि आते हैं, जो कि बहुत ही लोकप्रिय ब्रांड है।
संगठित डिटर्जेंट मार्केट ही इन उत्पादों का मूल्य निर्धारण करता है, जो कि मुख्यतः तीन आधार पर होता है सस्ते, मध्यम व प्रीमियम। सस्ते एवं लोकप्रिय ब्रांड की यदि बात की जाए तो इसमें घड़ी व्हील एवं निरमा जैसे ब्रांड को शामिल किया जाता है। मध्यम रेंज की यदि बात की जाए तो इसमें रिन, मिस्टर वाइट और टाइड को शामिल किया जाता है। प्रीमियम ब्रांड की यदि बात की जाए तो इसमें सर्फ एक्सल, एरियल आदि आते हैं।
डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग विभिन्न इंडस्ट्री में किया जाता है जैसे टैक्सटाइल इंडस्ट्री उसके साथ ही पेपर इंडस्ट्री में भी इनका प्रयोग किया जाता है। लुगदी बनाते समय इस पाउडर का उपयोग होता है। ताकि कार्य आसानी से किया जा सके।
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए आवश्यक चीजें
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए हमें विभिन्न चीजों की आवश्यकता होती है जैसे उपकरण, मशीनरी मजदूर आदि। उसी प्रकार विभिन्न व्यवसाय को शुरू करने में हमें निम्नलिखित चीजों (वाशिंग पाउडर रॉ मटेरियल लिस्ट) की आवश्यकता होती है।
- लागत: आप इस व्यवसाय को जिस भी स्तर पर शुरू करना चाहते हैं, उस स्तर पर आपको लागत यानी पैसा भी लगाना होता है। यदि आप इस व्यवसाय को छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो उसकी लागत कम होगी। लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर इस व्यवसाय को स्थापित करना चाहते हैं तो लागत बहुत अधिक भी आ सकती है।
- जमीन: किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए हमें उसकी भौतिक संरचना के लिए जगह की आवश्यकता होती है, जहां पर उत्पादन कार्य संपादित किया जाता है।
- मशीन: इसके पश्चात प्रमुख उपकरण कि यदि बात की जाए तो वह मशीनरी है, जिस पर पूरा व्यवसाय निर्भर करता है।
- बिजली, पानी की सुविधा: किसी भी व्यवसाय में जो भी मशीनरी हम उपयोग करते हैं, उनको चलाने के लिए हमें बिजली की और पानी की आवश्यकता होती है। यदि यह दोनों चीजें उपलब्ध ना हो तो उत्पादन कार्य रुक सकता है।
- कर्मचारी का कार्य उत्पादन क्रिया में किया जाता है। जैसे मशीनरी चलाने में, कच्चा माल लाने ले जाने में निर्मित माल लाने ले जाने में आदि।
- डिटर्जेंट पाउडर कच्चे माल सूची: प्रत्येक व्यवसाय का अलग-अलग कच्चा माल होता है। डिटर्जेंट पाउडर में प्रयोग होने वाला कच्चा माल जैसे सोडियम कार्बोनेट, सोडियम परबोरेट, परफ्यूम आदि।
- वाहन का मुख्य कार्य कच्चे माल को लाने और निर्मित माल को ले जाने में किया जाता है।
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डिटर्जेंट पाउडर बनाने का व्यवसाय शुरू कैसे करें?
जैसा कि हमने ऊपर उल्लेखित किया कि प्रत्येक व्यवसाय में कुछ स्थापित ब्रांड होते हैं। लेकिन आप अपने स्तर पर इस व्यवसाय को स्थापित कर सकते हैं और धीरे-धीरे आगे बढ़ सकते हैं।
लेकिन आपको इस व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा को समझना होगा और उस हिसाब से अपने व्यवसाय को शुरू करना होगा। क्योंकि यह एक ऐसा उत्पाद है, जो घर से लेकर बड़े बड़े संस्थानों में उपयोग किया जाता है। तो चलिए बात करते हैं व्यवसाय को शुरू करने के प्रमुख चरण:
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए स्थानीय स्तर पर शोध
यदि आप डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपने स्थानीय स्तर से ही इसमें शोध कार्य शुरू करना चाहिए। हमें यह पता लगाना होगा कि इस व्यवसाय की क्या मांग है। क्योंकि हम जानते हैं इस व्यवसाय में पूर्व ही बहुत अधिक प्रतियोगिता है तो हमारे उत्पाद के विक्रय की क्या संभावना होगी।
आपको पता लगाना होगा कि स्थानीय स्तर पर लोग किस उत्पाद का उपयोग करते हैं, उनकी मांग और उनकी अपेक्षाएं क्या है, क्या वह कीमत को या उत्पाद की गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देते हैं। उस हिसाब से आप अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए जगह का प्रबंध
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको एक जगह की भी आवश्यकता होगी, जो स्थानीय बाजार से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हो और जहां आधारभूत संरचना जैसे बिजली, पानी, रोड आदि की उपलब्धता हो, आप अपने व्यवसाय को वहां स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए आप बिल्डिंग किराए पर लेकर या अपने निजी स्थान से भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए आवश्यक लाइसेंस एवं पंजीकरण
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले हमें वैधानिक कार्यवाही ओं को पूरा करना होता है। जैसे व्यवसायी को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी में अपने बिजनेस को प्रोपराइटरशिप, वन पर्सन कंपनी, साझेदारी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इनमें से किसी का भी चयन कर रजिस्टर होना होता है।
इसके अलावा टैक्स रजिस्ट्रेशन, स्थानीय प्रशासन जैसे नगर निगम, नगर पालिका से ट्रेड लाइसेंस, फैक्ट्री लाइसेंस की भी आवश्यकता होती है। व्यवसायों को उस राज्य के प्रदूषण विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी प्राप्त करना होता है। आपको भी आईएस सर्टिफिकेशन, उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन, ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन भी प्राप्त करना आवश्यक है।
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए आवश्यक मशीनरी उपकरण
वर्तमान मशीनी युग में कोई भी व्यवसाय मशीनों के संचालन पर ही निर्भर करता है। उसी तरह डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाले व्यवसाय के लिए बात की जाए तो इसमें पाउडर, लिक्विड जेल, डिटर्जेंट बनाने के लिए मशीनों की आवश्यकता होती है, जिनके माध्यम से डिटर्जेंट पाउडर को विभिन्न स्वरूप में प्राप्त किया जा सकता है। इस व्यवसाय के लिए आवश्यक मशीनें निम्नलिखित हैं:
- हैंड ऑपरेटेड मिक्सर
- पहले स्टील से बना ट्रे या बर्तन
- वजन तोलने वाली मशीन
- ग्राइंडिंग मशीन
- बैग सिलने वाली और ग्लव्स बनाने वाली मशीन
- ऑफिस हेतु फर्नीचर प्रिंटर कंप्यूटर आदि।
यह सभी मशीनें आपके लोकल बाजार में भी उपलब्ध होती है या फिर अपने लोकल सप्लायर की मदद से भी आप इन्हें खरीद सकते हैं।
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डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति
किसी भी व्यवसाय की सफलता वहां कार्य करने वाले कर्मचारियों पर निर्भर करती है। डिटर्जेंट पाउडर के व्यवसाय में यदि बात की जाए तो इस व्यवसाय हेतु आपको कुशल एवं प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता होती है, जिन्हें मशीन आदि चलाने की जानकारी हो।
डिटर्जेंट पाउडर व्यवसाय हेतु कच्चा माल
कच्चे माल की यदि बात की जाए तो डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाले व्यवसाय में मुख्यतः कच्चे माल के रूप में सोडियम क्लोराइड, सोडियम परबोरेट, लेदर फॉर्मिंग, केमिकल कलर एवं परफ्यूम का प्रयोग किया जाता है।
सोडियम कार्बोनेट का प्रयोग ऐसे ब्लेयर को प्रेस करने एवं धोने की क्रिया को छारीय बनाने के लिए किया जाता है। इसे गंदगी हटाने वाली नमक के रूप में भी जाना जाता है।
कार्बोछी मिथाइल क्लोराइड इसे सैलूलोज भी कहा जाता है, जो कपड़े के ऊपर जमी गंदगी को ठहरने से रोकता है और इसका प्रयोग सामान्यतया सूती कपड़ों के लिए किया जाता है।
सोडियम परबोरेट इसका उपयोग कपड़ों को उनके रंग को सही रखने के लिए किया जाता है। यह कपड़ों पर ब्लीच के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
परफ्यूम का इस्तेमाल डिटर्जेंट व्यवसाय में इसलिए किया जाता है। ताकि डिटर्जेंट की तेज गंध को कम किया जा सके और इसे खुशबूदार बनाया जा सके।
डिटर्जेंट पाउडर बनाने की प्रक्रिया (Detergent Powder Making Process in Hindi)
डिटर्जेंट पाउडर को बनाने में विभिन्न चरणों में यह कार्य किया जाता है। सामान्यतः ऐसे बनाने के 3 तरीके होते हैं। लेकिन वर्तमान समय में दो तरीकों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, जिनमें छोटे उद्यमी के द्वारा ब्लेंड प्रोसेस का उपयोग कर डिटर्जेंट पाउडर को पैक करने से पहले एक बड़े से बर्तन में मिक्स किया जाता है।
इसके अलावा दूसरी प्रक्रिया अग्लोमरेशन प्रक्रिया है, जो ब्लेंड प्रोसेस के पश्चात सबसे अधिक प्रयोग में लाई जाती है। क्योंकि यह उत्पाद निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। इसलिए बड़े उत्पादन कर्ताओं की यह पहली पसंद होती है।
तीसरी प्रक्रिया में मिश्रण को गर्म हवा में सूखने से पूर्व ही पानी में मिला दिया जाता है। इस प्रक्रिया से जो उत्पाद तैयार होता है वह अच्छी गुणवत्ता का होता है।लेकिन इस उत्पाद को बनने में हमें लागत बहुत अधिक आती है, जिस कारण यह प्रक्रिया अब चलन से बाहर हो गई है।
FAQ
साधारण तौर पर डिटर्जेंट पाउडर बनाने की प्रक्रिया तीन प्रकार की होती है। लेकिन वर्तमान में डिटर्जेंट पाउडर बनाने की दो विधियां काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं। इसमें पहली प्रक्रिया का नाम ब्लड प्रोसेस है और दूसरी प्रक्रिया का नाम अग्लोमरेशन प्रक्रिया है।
डिटर्जेंट पाउडर बनाने के लिए सोडियम क्लोराइड, सोडियम परबोरेट, लेदर फॉर्मिंग, केमिकल कलर एवं परफ्यूम इत्यादि पदार्थों की आवश्यकता होती है।
हर प्रकार के बिजनेस को शुरू करने के लिए इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता होती है और इन्वेस्टमेंट आपके बिजनेस के आधार पर निर्भर करता है। आप किस स्तर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, उसी हिसाब से आपको इन्वेस्टमेंट करना होगा। यदि आप डिटर्जेंट पाउडर बनाने का लघु बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको 5 लाख से 7 लाख का इन्वेस्टमेंट करना होगा।
इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको हैंड ऑपरेटेड मिक्सर, पहले स्टील से बना ट्रे या बर्तन, वजन तोलने वाली मशीन, ग्राइंडिंग मशीन, बैग सिलने वाली और ग्लव्स बनाने वाली मशीन, ऑफिस हेतु फर्नीचर प्रिंटर कंप्यूटर इत्यादि मशीनों की आवश्यकता पड़ती है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने बात की डिटर्जेंट पाउडर के व्यवसाय के बारे में कि इस व्यवसाय को शुरू करने में हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, व्यवसाय की लागत और प्रक्रिया क्या होती है और इस व्यवसाय में कितनी संभावनाएं हैं।
उम्मीद है आपको यह आर्टिकल डिटर्जेंट पाउडर बनाने का बिजनेस कैसे करें? (Detergent Powder Making Business In Hindi) पसंद आया होगा और इस व्यवसाय से संबंधित सभी प्रश्नों के उत्तर आपको आज के इस आर्टिकल के माध्यम से मिले होंगे।
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