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फलों का बिजनेस कैसे शुरू करें?

Fruits Shop Business plan in Hindi: फल हमारे दैनिक आहार का एक अहम हिस्सा है। जैसा की सब जानते है की हमारे शरीर में विटामिन की पूर्ति के लिए फल बेहद आवश्यक है। आज लोग अपने हेल्थ का ज्यादा ख्याल रखते है, जिसके चलते मार्केट में फलों की डिमांड बहुत बढ़ गई है।

अगर आप खुद का कोई भी बिज़नेस शुरू करने की सोच रहे हो, तो फलों का बिज़नेस एक श्रेष्ठ विकल्प है। क्योंकि यह बिज़नेस कम लागत में शुरू किया जा सकता है और फलों के बिज़नेस (fruits business) में मुनाफा भी अच्छा मिलता है।

फल का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको कोई ऊँची डिग्री की भी जरुरत नही पड़ती। आप छोटी जगह से भी इस बिज़नेस को शुरू कर सकते हो। यह एक ऐसा बिज़नेस है, जो अगर सही ढंग से किया जाये तो उसमें पूरे साल कभी भी मंदी नहीं आती क्योंकि हमारे देश में मौसम के हिसाब से फल आते रहते है।

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क्या आप फलों से संबंधित व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि इसे कैसे शुरू किया जाए? अगर ऐसा है तो हमने फ्रूट बिजनेस आइडिया (fruit business ideas) की एक सूची तैयार की है, जिसे आप न्यूनतम निवेश के साथ आसानी से शुरू कर सकते हैं।

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Image: Fruits Shop Business plan in Hindi

अगर आप फलों का बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे है तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। इस आर्टिकल में हमने फलों के बिज़नेस को शुरू करने के बारे में (Fruits Shop Business plan in Hindi) बहुत छोटी छोटी बातें बताई है, जो आपको मददगार साबित होगी।

फलों का बिजनेस कैसे शुरू करें? | Fruits Shop Business plan in Hindi

फलों का बिजनेस कैसे शुरू करें?

यह व्यापार एक ऐसा व्यापार है, जिसके द्वारा आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस व्यापार के लिए आपको किसी खास डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी केवल अपनी समझदारी से आप इस व्यवसाय में सफलता हासिल कर सकते हैं। इस व्यापार में आपको जिन जिन बातों को ध्यान में रखना होगा, उनके बारे में हमने इस लेख में विस्तार से जानकारी प्रदान की है।

आप इस जानकारी की सहायता लेकर एक सफल फलों के व्यवसाय का प्रारंभ कर सकते हैं। यह व्यवसाय शुरू करते वक्त आपको क्या-क्या करना होगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको यह व्यापार छोटे स्तर पर शुरू करना है या बड़े लेवल पर करना है।

फलों के बिज़नेस के प्रकार

हालांकि इसके कुछ मुख्य प्रकार नहीं होते परंतु इसे छोटे स्तर के बिजनेस और बड़े स्तर के बिजनेस के रूप में क्लासिफाई किया जा सकता है। छोटे स्तर के व्यवसाय में आपको कम निवेश की आवश्यकता पड़ती है और आप थोड़ा सरलता से इसका प्रारंभ कर सकते हैं। परंतु बड़े स्तर के व्यवसाय के लिए आपको काफी भागदौड़ करनी पड़ेगी और इसके लिए निवेश भी ज्यादा लगता है परंतु मुनाफा भी उतना ही ज्यादा होता है।

फलों के बिज़नेस के लिए मार्केट रिसर्च

यह एक ऐसा व्यवसाय है, जिसकी शुरुआत के पहले आपको मार्केट रिसर्च करने की आवश्यकता होगी। मार्केट रिसर्च में कुछ बेसिक मुद्दे होते हैं जिनको आपको स्टडी करना होता है। यह इसलिए किया जाता है ताकि आप जो भी व्यवसाय शुरू कर रहे हैं उस व्यवसाय के बारे में आपके पास डिटेल में जानकारी हो या कम से कम बेसिक आइडिया हो ताकि आप आगे चलकर उस बिजनेस में कहीं फस ना जाए या फिर आपको मुनाफे के जगह केवल घाटा ही ना हो जाए।

इसलिए आपको कुछ सावधानियों को बरतकर ही बिजनेस की शुरुआत करनी होगी। मार्केट रिसर्च मैं आपको छोटे-छोटे विषय जैसे बिजनेस शुरू कैसे करें, उसमें निवेश कितना लगता है, उसके लिए जरूरी सामान कहां से लें, उसकी मार्केटिंग कैसे करें, उसमें कब घाटा हो सकता है या कब लाभ हो सकता है, उसे किस तरह से मैनेज करके रखें, इत्यादि जैसी महत्वपूर्ण बातें होती है।

फलों के बिज़नेस के लिए प्रोसेस

इस व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी फल की मंडी से फलों की शॉपिंग करनी होती है। यहां पर आपको काफी सारे फल कम दाम में मिल जाते हैं। फलों की खरीदारी करते वक्त यह बात ध्यान में रखें कि आप हमेशा ताजे व फ्रेश दिखने वाले फल और अच्छे क्वालिटी के फल खरीदे ताकि आप अपने ग्राहकों को बेस्ट सर्विस दे सके और ज्यादा से ज्यादा ग्राहक आपकी दुकान की और अट्रैक्ट हो।

फलों के बिज़नेस के लिए लोकेशन

फलों के बिजनेस के लिए आपको एक अच्छी लोकेशन का चयन करना होता है। यह सबसे पहला मुख्य कार्य होता है क्योंकि यदि आपके पास जगह होगी तभी आप वहां पर अपना व्यवसाय शुरू कर पाएंगे। हालांकि फलों के व्यापार के लिए जगह ढूंढा काफी सरल होता है आप किसी भी छोटी सी रिटेल फलों की दुकान खोल कर इन्हें बेचने का काम शुरू कर सकते हैं।

परंतु कई ऐसे लोग होते हैं, जिनके पास दुकान के लिए जगह नहीं होती तो ऐसी परिस्थिति में आप खुद के घर से भी इस व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं। आप एक ऐसी जगह पर अपना व्यवसाय स्थापित करें, जहां पर ज्यादा भीड़ होती है या फिर अक्सर लोग आते-जाते रहते हैं ताकि वहां लोगों का ध्यान ज्यादा से ज्यादा आप की दुकान पर पड़े और आपके कस्टमर्स बढ़ते रहे।

लोकेशन हर मामले में मायने रखता है। हर बिजनेस के लिए लोकेशन बेहतर होना जरूरी है। लोकेशन बेहतर नहीं होने पर आपका धंधा कई बार फैल भी हो जाता है। आपको बेहतरीन लोकेशन का चयन करना होगा जैसे मंदिर के पास में फूल की दुकान एक बेहतर लोकेशन है।

फलों के बिज़नेस के लिए लाइसेंस एंड रजिस्ट्रेशन

आजकल हर एक व्यापार या फिर हर एक चीज के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी हो चुका है। किसी भी बिजनेस के लिए आपको पहले लाइसेंस लेना होता है। ऐसे सरकार द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना आवश्यक है क्योंकि किसी भी शॉपकीपर को नियमों के विरुद्ध जाकर अपना व्यवसाय नहीं शुरू करना चाहिए।

आप अपने व्यवसाय में काम आने वाले सभी लाइसेंस के लिए रजिस्ट्रेशन करके रख दे और आजकल रजिस्ट्रेशन भी बहुत सरल हो गया है इतना ही नहीं आप घर बैठे डिजिटल माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

फलों को बेचने का बिजनेस जिसमें रजिस्ट्रेशन की बात करें तो आपको GST रजिस्ट्रेशन लेना होता है हालांकि 25 लाख रुपए का टर्नओवर प्रति वर्ष है, तो ऐसे में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन लेने की जरूरत नहीं है। लेकिन यदि आपका प्रतिवर्ष टर्नओवर इस आंकड़े से ऊपर चला जाता है तो आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

फलों बिजनेस के लिए स्टाफ

दोस्तों जितना महत्व एक दुकान में मालिक का होता है, उतना ही महत्व उस दुकान में स्टाफ का कभी होता है क्योंकि मालिक पैसा इनवेस्ट करता है, तो स्टाफ अपनी मेहनत और लगन से उस बिजनेस को आगे बढ़ाता है। स्टाफ का चयन करते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आप जिस कार्य के लिए स्टाफ को चयनित कर रहे हैं, उस काम में चयनित होने वाला व्यक्ति उपस्थित होना चाहिए। ताकि आपको बिजनेस से संबंधित समस्याओं का सामना ना करना पड़े।

आपको अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए स्टाफ मेंबर्स की आवश्यकता पड़ेगी, जो आपको आपके बिजनेस में सहायता करेंगे। शुरुआत में आपको इतने लोगों की मदद नहीं लगेगी परंतु एक बार आपका बिजनेस आगे बढ़ने लग जाए तो आपको काफी सारे हेल्पिंग हैंड्स की आवश्यकता पड़ सकती है। यह ध्यान में रहे कि आप हमेशा ऐसे ही स्टाफ को नियुक्त करें जो भरोसेमंद हो और उन्हें इस कार्य के बारे में पहले से जानकारी हो।

फलों बिजनेस के लिए पैकेजिंग

आपको अपनी फलों को बेचने की दुकान में जितना ध्यान लगाना जरूरी है, उतना ही ध्यान आपको अपने प्रोडक्ट पैकेजिंग करने में लगाना होता है। फलों से पैकेजिंग का अर्थ होता है उन फलों के लेबल व कैरी बैग।

आप अपने फलों के लेबल्स में उन फलों के संबंधित पूर्ण जानकारी प्रदान करें जैसे कि उसे क्या क्या पोषण मिलता है, इसमें पाए जाने वाले माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की लिस्ट इत्यादि। जिसके साथ साथ आप जब कैरी बैग्स प्रदान करते हैं तो यह ध्यान में रखेगी आप पॉलिथीन प्रदूषण को हानि पहुंचाते हैं।

फलों के बिजनेस के लिए ज्यादा पैकिंग की आवश्यकता नहीं होती है। बेहतरीन पैकिंग के फल सबसे पहले बिकते हैं, इसलिए आपको पैकेजिंग का बहुत ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है।

फलों बिजनेस के लिए लागत

कम इन्वेस्टमेंट के बिजनेस का अगर नाम लिया जाए, तो इस सूची में फूलों को बेचने का व्यापार भी शामिल है क्योंकि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आप को न्यूनतम ₹40000 से ₹50000 का इन्वेस्टमेंट करना होता है। इतने कम इन्वेस्टमेंट के साथ आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते हैं।

यदि आप भविष्य में इस बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपने प्रोफाइल के हिसाब से दिन प्रतिदिन इस बिज़नेस में इनवेस्ट करते जाएं और आपको बढ़ोतरी मिलती जाएगी।

कोई भी व्यवसाय शुरू करने के लिए आपके पास आवश्यक निवेश मौजूद होना चाहिए ताकि आप अपनी सभी प्लानिंग व फ्लोटिंग को वास्तविक रूप से सफल बना सके हालांकि फलों को बेचने के व्यवसाय में आपको इतनी ज्यादा खर्चा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आपको केवल फलों को ठोक भाव में खरीदना होगा जो आपको डिस्काउंट में भी मिल जाएगा और अपने दुकान की सेटअप में कुछ पैसे खर्च करने होंगे।

फलों के बिज़नेस में मुनाफा

फलों का बिजनेस जो छोटा है लेकिन इसमें मुनाफा अच्छा मिलता है। दूसरी तरफ यह भी हम देख सकते हैं, कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम इन्वेस्टमेंट की भी जरूरत रहती है। इन दिनों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन दिनों को कम पैसों के साथ शुरू कर सकते हैं। फलों का एक ऐसा व्यापार है जिसमें आपको मार्जिन अधिक मिलता है। ऐसा देखा जाए, तो कई बार तो फलों के बिजनेस में सीजन के अनुसार हंड्रेड परसेंट मुनाफा मिलता है।

यदि आपका व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ने लगा तो आपको अच्छा खासा प्रॉफिट हो सकता है, जिसके लिए आपको कुछ योजनाएं बनानी होगी, जैसे अपने व्यापार को इनक्रीस करने के लिए आप अपने खरीदारों को अच्छे ऑफर प्रदान कर सकते हैं। फलों के दाम को ज्यादा कम भी ना रखें और ना ही एकदम ज्यादा रखें जिससे कस्टमर को आपको मौका देने का एक अच्छा अवसर मिल जाएगा।

मार्केटिंग कैसे करें?

जितना आवश्यक फलों को बेचने के व्यापार में बाकी सभी चीजों पर गौर करना होता है उतना ही जरूरी होता है अपने व्यवसाय की मार्केटिंग पर गौर करना। सबसे पहले तो आप अपने व्यवसाय की पहचान बनाने में फोकस करें जैसे अपने बिजनेस का एक ब्रांड नेम तय करें।

अपने कस्टमर्स को दूसरों के फलों में और आप के फलों में डिफरेंटशिएट करने में आसानी हो और आपको मार्केट में आपकी स्वयं की अलग पहचान भी मिल जाए। इसके बाद अब दो प्रकार से मार्केटिंग कर सकते हैं ।

ऑनलाइन मार्केटिंग

पहला प्रकार होता है ऑनलाइन माध्यम। इस तरीके में आप सबसे पहले उस समय की एक वेबसाइट बना ले और ऑनलाइन भी अपने फलों की बिक्री करना शुरू कर दें।

इससे आपका इन्फ्लुएंस बढ़ेगा और आपके कस्टमर की संख्या भी बढ़ जाएगी और इसके साथ साथ आप अलग-अलग सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे कि इंस्टाग्राम या फेसबुक इत्यादि की सहायता लें। इसमें आप अपने फलों की मार्केटिंग करके या फिर एडवर्टाइजमेंट करके लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच सकते हैं।

ऑफ़लाइन मार्केटिंग

दूसरा प्रकार होता है अखबार या फिर टीवी की सहायता लेना। आप टेलीविजन में अपने ब्रांड का विज्ञापन दे सकते हैं, जो टेलिविजंस में एडवर्टाइजमेंट के रूप में प्रकाशित किया जाता है या आप न्यूज़ पेपर्स में या पोस्टर्स में, या पैंपलेट्स में भी अपने ब्रांड का विज्ञापन छपवा सकते हैं। इस तरीके से भी ज्यादा से ज्यादा लोग आपके दुकान की तरफ आकर्षित होंगे।

FAQ

कर्मचारियों को कब नियुक्त करें?

अगर छोटे स्तर से अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो शुरुआत में आपको ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जब आपको लगे कि आपका व्यवसाय बढ़ता जा रहा है और आपको सभी काम संभालने में परेशानी होने लगे तब आप कर्मचारियों को नियुक्त कर सकते हैं। अगर आप बड़े स्तर से व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो आप शुरू से ही कर्मचारियों को अपनी सहायता के लिए नियुक्त कर सकते हैं।

यदि आपके पास पैसे कम पड़ रहे हो तो व्यवसाय कैसे शुरू करें?

आपको किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए पहले से ही उसके निवेश की राशि धीरे-धीरे जमा करके रखनी चाहिए। परंतु यदि आपके पास पैसा है परंतु थोड़ा ही पैसा कम पड़ रहा है तो आप ऐसे में लोन की सहायता ले सकते हैं। बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ कंपनियां लोन प्रदान करती है, आप उन कंपनियों में पूछताछ कर सकते हैं। हालांकि लोन देने के लिए कुछ रूल्स भी लागू होते हैं। यदि आप उन सभी नियमों का पालन कर सकते हैं तो आप आसानी से अपने व्यवसाय के लिए लोन उठा सकते हैं।

इस व्यवसाय में किन बातों से दूर रहना चाहिए?

कुछ महत्त्वपूर्ण बाते होती है जिन से दूर रहना बहुत जरूरी होता है। यह सभी मुद्दे वैसे तो काफी बुनियादी होते हैं, परंतु इससे आपके व्यवसाय में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है और आपका घाटा भी हो सकता है। कुछ जरूरी पहलू जैसे, खराब फलों को बेचना, या फिर अपने फलों की एकदम से दाम बढ़ाकर लूट मचाना, धैर्य से काम ना लेना इत्यादि से दूर रहना आवश्यक होता है। यदि आप अपने कस्टमर्स को अच्छी सर्विस प्रोवाइड नहीं करेंगे तो उनका आप पर से भरोसा उठ जाएगा और वह आपके पास से फल लेना सुरक्षित नहीं समझेंगे।

फलों को बेचने के व्यवसाय में सबसे महत्वपूर्ण क्या होता है?

इस व्यापार में सबसे जरूरी होता है कि आप अपना धैर्य बनाकर रखें। आपको सफलता अगले ही दिन प्राप्त नहीं हो सकती। उसके लिए आपको कुछ दिनों तक धैर्य बनाकर रखना होगा। आपकी दुकान धीरे-धीरे ही ग्रो करेगी। यदि आप धैर्य से काम नहीं लेंगे और सब हड़बड़ी में करने लगेंगे तो इससे आपका और भी नुकसान होने लगेगा और आप डिमोटिवेटेड फील करने लगेंगे। इससे बेहतर आप अपने भीतर पेशेंस और अपने व्यवसाय को धीरे-धीरे आगे बढ़ने के लिए कुछ समय दें।

व्यवसाय की शुरुआत होने के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

यह एक सरल व्यवसाय हैं परंतु इसमें भी कई चीजों को मद्देनजर रखकर चलना होता है जैसे कि सदैव नियमों का पालन करना अत्यंत ही जरूरी होता है और यह भी ध्यान रखें कि आप जब फल भेजते हैं तो आप प्लास्टिक के बैग इसका इस्तेमाल ना करें उसके बजाय आप पेपर बैग्स का या फिर क्लॉथ बैग्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसीलिए करना चाहिए ताकि लोगों के भीतर भी जागरूकता पैदा हो और प्रदूषण कम करने में आपका भी छोटा सा योगदान हो। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि आप अपने रेगुलर कस्टमर्स को कभी अनदेखा ना करें और एक बार आप दुकान खोल ले तो किसी भी दिन अपने मर्जी से दुकान बार-बार बंद ना रखें। जरूरत से ज्यादा बार-बार गायब होना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

निष्कर्ष

फलों बेचने का व्यापार बहुत ही आसान व्यापार है। इस व्यापार को करके आप अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं क्योंकि फलों में कम इन्वेस्टमेंट के साथ ज्यादा मुनाफा मिलता है। फलों के बिजनेस को शुरू करने के लिए ना तो किसी डिग्री की जरूरत होती है और ना ही ज्यादा टैलेंट कि यदि आप फलों के बारे में जानते हैं तो आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हमने फलों के व्यापार को कैसे शुरू करें? (Fruits Shop Business plan in Hindi) इसके बारे में ही संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है।

इस आर्टिकल द्वारा आपको फलों को बेचने की हर जानकारी के बारे में जागृत किया गया है और फलों को बेचने के व्यवसाय (Fruits Shop Business plan in Hindi) के बारे में काफी कुछ नई बातें प्रदान की गई है। यदि इसके पश्चात भी आपको कुछ सवाल है, के उतर जाने बगैर आप यह व्यवसाय शुरू नहीं कर पाएंगे तो कुछ अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न हैं जिनके उत्तर उपलब्ध कराए गए हैं।

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