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Apollo Tyres एजेंसी कैसे खोले?

 Apollo Tyres Dealership Hindi : आप सभी तो जानते ही हैं कि आज के समय में गाड़ियों का इस्तेमाल कितना ज्यादा किया जा रहा है और इन्हीं गाड़ियों के इस्तेमाल के कारण टायर की मांग भी दिन प्रतिदिन भारी मात्रा में बढ़ती जा रही है। वर्तमान में ऐसे बहुत से टायर कंपनी है जो कि इस बिजनेस के माध्यम से काफी अच्छी तरक्की हासिल कर रहे हैं। इन्हीं में से एक भरोसेमंद टायर कंपनी अपोलो टायर्स है।

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Image : Apollo Tyres Dealership Hindi

आज के समय में यह टायर कंपनी भारत में जगह जगह फैला हुआ है और इस बिजनेस को बहुत से लोग डीलरशिप के माध्यम से कर के काफी अच्छी तरक्की हासिल कर रहे हैं। यदि आप भी अपोलो टायर्स डीलरशिप बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। क्योंकि आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आप को Apollo Tyres एजेंसी कैसे खोले? इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे । तो चलिए बिना समय गवाएं इस विषय के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं ।

Apollo Tyres एजेंसी कैसे खोले? | Apollo Tyres Dealership Hindi

अपोलो टायर डीलरशिप कैसे ले?

इस बिजनेस कि शुरूआत करने के लिए सबसे पहले आपको इस कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से डीलरशिप के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। आपको इस वेबसाइट के अंतर्गत कंपनी का होम पेज मिलेगा , जिसके अंतर्गत पूछे गए सभी डिटेल्स को आपको अच्छी तरीके से भरना होता है।

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सभी डिटेल्स को भरने के बाद आपको उस फॉर्म को अप्लाई कर देना होता है। फिर कंपनी आपके मोबाइल फोन के माध्यम से एक इंटरव्यू लेगी, जिसके अंतर्गत आपके सभी डिटेल्स और आपके जमीन से जुड़ी हुई जानकारियों की अच्छी तरीके से जांच पड़ताल की जाएगी । यदि कंपनी को आपकी सभी डिटेल सही लगेंगे तब वह कंपनी आपको अपोलो टायर डीलरशिप करने की अनुमति प्रदान करें।

इसके अलावा भी आपको इस बिजनेस की शुरुआत करने से पहले इस बिजनेस से जुड़े हुए सभी तरह के महत्वपूर्ण बातों के बारे में अच्छी तरीके से जानकारी प्राप्त करना अति आवश्यक होता है। तो चलिए उन सभी जानकारियों को एक-एक करके विस्तार पूर्वक जानते हैं।

अपोलो टायर्स डीलरशिप के प्रकार

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस के दो प्रकार होते हैं। जब भी आप इस बिजनेस को करने के लिए अप्लाई करते हैं , तो आपको इन दोनों में से किसी एक का चुनाव करना होता है।

  • Apollo T&S:- इस बिजनेस के अंतर्गत टायर बेचने के साथ साथ टायर से जुड़ी हुई सभी तरह के कार्यों को भी किया जाता है। यह कार्य कंपनी द्वारा करवाया जाता है। इस का फुल फॉर्म होता है Apollo tyre & sell।
  • Apollo exclusive showroom :- इस बिजनेस के नाम से हि आपको समझ में आ रहा होगा कि आप इस बिजनेस के अंतर्गत केवल टायर ही बेच सकते हैं, और टायर से जुड़े हुए किसी भी तरह के कार्यों को नहीं कर सकते हैं।

 इस बिजनेस के अंतर्गत केवल यही दो प्रकार होते हैं, इसके अलावा और कोई भी प्रकार नहीं होता है, आप इन दोनों तरीकों के माध्यम से अपने बिजनेस को बेहतर तरीके से कर सकते हैं।

अपोलो टायर डीलरशिप के लिए मार्केट रिसर्च

 इस बिजनेस की शुरुआत करने से पहले आपको इससे जुड़ी हुई कुछ मार्केट रिसर्च करने की आवश्यकता तो होगी हि , क्योंकि मार्केट के माध्यम से आप अपने बिजनेस को अच्छी तरीके से समझ पाएंगे जो कि आपके बिजनेस को सही ढंग से करने में आपकी सहायता करेगा।

आपको इस बिजनेस से जुड़े हुए कुछ जानकारियों के बारे में जानना अति आवश्यक होता है जैसे कि- लोकेशन, प्रोसेस, जगह , लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, स्टाफ , रॉ मैटेरियल , इन्वेस्टमेंट , प्रॉफिट, इत्यादि और इसके अलावा भी आपको अपने लोकल मार्केट के रिक्वायरमेंट को भी अच्छी तरीके से समझना अति आवश्यक होता है।

अपोलो टायर डीलरशिप के बिजनेस के लिए जरूरी रो मटेरियल और मशीन

आप सभी तो जानते ही हैं कि अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस को करने के लिए जो जरूरी रो मटेरियल का इस्तेमाल होता है, वह मुख्य रूप से केवल टायर ही होता है । इसके अलावा इस बिजनेस को करने के लिए किसी भी दूसरे तरह के रो मटेरियल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और इस बिजनेस के अंतर्गत लगने वाले मशीन केवल लैपटॉप या कंप्यूटर ही होता है , जिसके माध्यम से बिजनेस के अंतर्गत होने वाले सभी लेखा-जोखा का काम किया जाता है।

 इन रो मटेरियल और मशीनों में लगने वाली कीमत कम से कम ₹500000 के आसपास हो सकती है, क्योंकि शुरुआत द्वौर में आपको कंपनी द्वारा स्टॉक खरीदना होता है। इन रो मटेरियल को आप किसी मार्केट के जरिए नहीं खरीद सकते , इन्हें खरीदने के लिए आपको कंपनी से संपर्क बनाए रखना होता है।

अपोलो टायर डीलरशिप के लिए प्रोसेस

इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको किसी भी तरह के खास प्रोसेस का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है। बस इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको इस कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना होता है। उसके पश्चात कंपनी आप का चुनाव करके आपको इस बिजनेस को डीलरशिप के माध्यम से करने की अनुमति प्रदान करता है।

फिर आपको इस कंपनी द्वारा दिए गए रो मटेरियल की बिक्री करने के लिए अपने बिजनेस के अंतर्गत अधिक से अधिक ग्राहक जोड़ने की आवश्यकता होगी। अधिक ग्राहक जोड़ने के लिए आपको अपने बिजनेस कि थोड़ी बहुत मार्केटिंग करनी होगी और इसके साथ ही साथ एक बेहतर लोकेशन का भी चुनाव करना होगा । तब जाकर आपका बिजनेस एक सफल बिजनेस का रूप ले पाएगा।

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अपोलो टायर डीलरशिप के लिए लोकेशन

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस के अंतर्गत गाड़ियों के टायर बेचने का कार्य किया जाता है । तो आपको इस बिजनेस को करने के लिए एक ऐसे लोकेशन का चुनाव करना होगा , जहां पर अधिक से अधिक गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो आज के समय में हर जगह गाड़ियों का इस्तेमाल होने लगा है।

परंतु फिर भी यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत की थी शहरी इलाके से करते हैं तो आपको इस बिजनेस के माध्यम से और भी अधिक मुनाफा होने का चांसेस बढ़ जाता है। क्योंकि शहरी इलाकों में गाड़ियों का इस्तेमाल दैनिक जीवन के कार्यों और बिजनेस से जुड़े हुए कार्य , इत्यादि चीजों को करने के लिए किया जाता है।

इसके अलावा भी आपको इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कम से कम 4000 स्क्वायर फीट के जमीन की आवश्यकता होती है। जिसके अंतर्गत आपको निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता पड़ेगी:-

  • गोदाम के लिए कम से कम 200 स्क्वायर फीट से लेकर के 500 स्क्वायर फीट जमीन की आवश्यकता होती है।
  • ऑफिस के लिए 100 स्क्वायर फीट से लेकर के 200 स्क्वायर फीट के आसपास।
  • पार्किंग स्पेस के लिए कम से कम 500 स्क्वायर फीट से लेकर के 1000 स्क्वायर फिट की जमीन की आवश्यकता होती है।
  • शोरूम के लिए भी 500 स्क्वायर फीट से लेकर के 1000 स्क्वायर फीट तक इस जमीन की आवश्यकता पड़ती है।
  • वर्किंग एरिया के लिए 800 स्क्वायर फीट से लेकर के 1500 स्क्वायर फीट तक के समय की आवश्यकता होती है।

तो इस हिसाब से कुल मिलाकर के आपको इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कम से कम 4000 स्क्वायर फीट से लेकर के 4500 स्क्वायर फीट तक के जमीन की आवश्यकता पड़ती है । इतने जमीन के माध्यम से आप इस बिजनेस को बेहतर से बेहतर तरीके से कर सकते हैं। और अपने ग्राहकों को अच्छी सी अच्छी सुविधाएं भी प्रदान कर सकते हैं।

अपोलो टायर डीलरशिप के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको इससे जुड़ी हुई कुछ लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन लेने की आवश्यकता पड़ती है और इसके अलावा भी कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है ताकि आप इस बिजनेस को कानूनी तौर पर सुरक्षित रूप से कर सके।

  • बिजनेस रजिस्ट्रेशन
  • उद्योग लाइसेंस
  • पर्सनल डाक्यूमेंट्स जैसे कि- आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, फोन नंबर, ईमेल आईडी, फोटो , इत्यादि।
  • एड्रेस प्रूफ जैसे कि- राशन कार्ड , बिजली बिल, इत्यादि।
  • बैंक अकाउंट
  • TIN नंबर
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन

अपोलो टायर डीलरशिप के लिए स्टाफ

यह बिजनेस एक काफी अच्छा और बड़ा बिजनेस है तो आपको इस बिजनेस को करने के लिए कुछ स्टाफ मेंबर की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि इस बिजनेस को अकेले कर पाना संभव नहीं होता है, तो शुरुआती दौर में आप इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कम से कम 5 से 7 स्टाफ मेंबर की मदद ले सकते हैं जो कि आपके इस बिजनेस के अंतर्गत होने वाले सभी तरह के कार्यों में आपकी सहायता करेंगे और आपके इस बिजनेस को सफल बनाने में आपकी मदद करेंगे और फिर जैसे-जैसे आप का बिजनेस बढ़ते जाएगा वैसे वैसे आप अपने बिजनेस के अंतर्गत स्टाफ मेंबर की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

अपोलो टायर डीलरशिप के लिए पैकेजिंग

जैसा कि आप सभी जानते ही हैं की इस बिजनेस के अंतर्गत अपोलो टायर्स को बेचने का कार्य किया जाता है और इस बिजनेस के अंतर्गत इस्तेमाल होने वाले रॉ मैटेरियल पहले से ही कंपनी द्वारा पैक करके भिजवाया जाता है। तो आपको इस बिजनेस के अंतर्गत किसी भी तरह के पैकेजिंग मैटेरियल का इस्तेमाल करने की आवश्यकता नहीं होती है।

अपोलो टायर डीलरशिप में लगने वाली लागत

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस एक काफी अच्छा और बड़ा बिजनेस होता है और आपको इस बिजनेस को करने के लिए बहुत सारे निवेश की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि इस बिजनेस के अंतर्गत अलग अलग तरह की चीजों की आवश्यकता पड़ती है जैसे कि- स्टाफ मेंबर, जमीन, रो मटेरियल, इत्यादि । तो चलिए उन सभी चीजों में लगने वाली लागत को एक एक करके जानते हैं:-

  • जमीन :- कम से कम ₹400000 से लेकर के ₹500000 के आसपास।
  • ऑफिस और गोदाम में लगने वाली लागत कम से कम 500000 रुपए के आसपास।
  • सिक्योरिटी और स्टाफ मेंबर का पेमेंट कम से कम ₹400000 से लेकर के ₹500000 के आसपास।
  • कंपनी द्वारा स्टॉक खरीदने के लिए कम से कम ₹500000 की आवश्यकता होती हैं।
  • अन्य खर्च जैसे कि- शोरूम , ग्राहकों के लिए सुविधाएं , इत्यादि कम से कम ₹500000 तक।

तो कुल मिला करके आपको इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कम से कम ₹300000 के आसपास की लागत लग सकती है। यह लागत आपके बिजनेस के स्तर को देखते हुए कम या ज्यादा भी हो सकता है और यदि आपके पास पहले से ही अपना खुद का जमीन मौजूद है तो आपको इस बिज़नेस में जमीन में लगने वाली लागत नहीं लगेगी।

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अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस में प्रॉफिट

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस में होने वाली प्रॉफिट आपके द्वारा की जा रही बिक्री और ग्राहकों के प्रति व्यवहार पर निर्भर करता है। क्योंकि ऐसी बहुत सारी डीलरशिप कंपनियां हैं जो कि अपने प्रोडक्ट पर 1% से लेकर के 15% तक का प्रॉफिट मार्जिन रखती है।

वैसे तो अपोलो टायर कंपनी आपको डीलरशिप देते वक्त प्रॉफिट और प्रॉफिट मार्जिन से जुड़ी हुई सभी तरह की डिटेल के बारे में  अच्छी तरीके से समझी देगी। परंतु आपको इस बिजनेस के अंतर्गत होने वाले प्रॉफिट पर खुद ही ध्यान देना होता है।

कहने का मतलब यह है कि आप इस कंपनी के प्रोडक्ट को जितना ज्यादा सेल करेंगे, आपको उतना ही ज्यादा प्रॉफिट होने का चांसेस होता है।

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस के लिए मार्केटिंग

 जैसा कि मैंने आपको पहले भी कहा था कि आपको इस बिजनेस को सफल बनाने के लिए इस बिजनेस से अधिक से अधिक ग्राहक जोड़ने की आवश्यकता होती है। और अधिक ग्राहक जोड़ने के लिए आपको अपने बिजनेस कि अच्छे तरीके से मार्केटिंग करने की आवश्यकता होती है । वैसे तो अपोलो टायर कंपनी काफी फेमस और भरोसेमंद कंपनी है।

तो आपको इस बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए ज्यादा खर्चा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, आप इस बिजनेस को थोड़े बहुत मार्केटिंग करके भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं । इस बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए आप आज के समय में इस्तेमाल होने वाले मार्केटिंग तरीके जैसे कि- न्यूज़पेपर , बैनर, पोस्टर , इत्यादि में छपवा कर एडवर्टाइजमेंट कर सकते हैं।

इसके अलावा भी आप ऑनलाइन वेबसाइट, सोशल मीडिया एप , इत्यादि के माध्यम से भी आप अपने बिजनेस की पब्लिसिटी करके अच्छा खासा मार्केटिंग कर सकते हैं।

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस में रिस्क

वैसे तो आज के समय में लगभग सभी लोग गाड़ियों का इस्तेमाल करते हि हैं और गाड़ियों का इस्तेमाल करने के साथ-साथ टायर का भी भारी मात्रा में इस्तेमाल किया जा रहा है।अपोलो टायर काफी अच्छा और भरोसेमंद कंपनी है, तो इस बिज़नेस में लॉस होने के चांसेस बहुत ही कम होते हैं।

परंतु फिर भी यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत भारी इन्वेस्टमेंट के साथ कर रहे हैं, तो आपको इस बात का विशेष रूप से ध्यान देना होगा कि आप इस बिजनेस को बेहतर से बेहतर तरीके से कर सके और इस बिजनेस की शुरुआत अच्छी खासी जानकारी प्राप्त करने के पश्चात करें ताकि इस बिजनेस में आप को किसी भी तरह लॉस का सामना ना करना पड़े, क्योंकि बिना जानकारी प्राप्त किए बिजनेस की शुरुआत करना एक घाटे का सौदा साबित होता है।

FAQ

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस क्या है?

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसके अंतर्गत अपोलो टायर कंपनी द्वारा निर्माण किए गए प्रोडक्ट को डीलरशिप के माध्यम से बेचकर बिजनेस को बढ़ाने का कार्य किया जाता है।

अपोलो टायर डीलरशिप की शुरुआत करने के लिए कितना लागत लगता है?

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कम से कम ₹2500000 से लेकर के 3000000 रुपए तक का लागत लग सकता है।

इस बिजनेस को करने के लिए कौन-कौन से रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती हैं?

इस बिजनेस को करने के लिए निम्नलिखित रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती हैं:-
उद्योग लाइसेंस
बिजनेस रजिस्ट्रेशन
जीएसटी रजिस्ट्रेशन
TIN नंबर
पर्सनल डाक्यूमेंट्स और एड्रेस प्रूफ, इत्यादि।

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस के अंतर्गत होने वाला प्रॉफिट किस पर निर्भर करता है?

अपोलो टायर डीलरशिप के अंतर्गत होने वाला प्रॉफिट आपके द्वारा बेचे जा रहे हैं, प्रोडक्ट और ग्राहकों के प्रति आपके व्यवहार पर निर्भर करता है।

इस बिजनेस को करने के लिए कौन से रो मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है?

इस बिजनेस को करने के लिए रो मटेरियल के रूप में केवल अपोलो टायर का इस्तेमाल किया जाता है।

निष्कर्ष

अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस एक काफी अच्छा और फायदेमंद बिजनेस होता है। इस बिजनेस की शुरुआत करना तरक्की हासिल करने का एक काफी अच्छा मार्क होता है। इसलिए आज हमने आप सभी को अपने Apollo Tyres एजेंसी कैसे खोले? ( Apollo Tyres Dealership Hindi ) आर्टिकल के माध्यम से अपोलो टायर डीलरशिप बिजनेस से जुड़े हुए सभी तरह की जानकारियों को प्रदान करने की कोशिश की है। आशा करते हैं कि आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से इस बिजनेस के बारे में काफी अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी।

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