Labour Supply Ka Kaam Kaise kare : चाहे किसी भी प्रकार का मजदूर युक्त कार्य हो और अगर आपको अधिक मजदूरों की आवश्यकता है, तो आपको मजदूर के कांट्रेक्टर से बात करने की आवश्यकता पड़ेगी। मुख्य रूप से कारखानों में या किसी चीज के फैक्ट्री में बहुत ज्यादा मजदूरों की आवश्यकता होती है।
इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए कंपनी का मालिक एक-एक करके मजदूर ढूंढने में असमर्थ रहेगा। जिस वजह से वह मजदूरों के कांट्रेक्टर से बात करता है, जिसका मुख्य काम मजदूर सप्लाई करने का होता है।
अगर आप इस प्रक्रिया को समझते हैं और मजदूर सप्लाई करने का काम कैसे शुरू करें? के बारे में विचार विमर्श कर रहे हैं तो आज के लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि जरूरतमंद और आवश्यकता के जगह पर उन्हें भेजने बदले में मजदूर सप्लाई करके कॉन्ट्रैक्ट के जरिये आप आसानी से अच्छे पैसे कमा सकते है।
मजदूर सप्लाई का काम कैसे शुरू करें? | Labour Supply Ka Kaam Kaise Kare
Table of Contents
मजदूर सप्लाई कौन करता है?
जैसा कि हमने आपको बताया जब किसी फैक्ट्री कंपनी या कई कारखाना में किसी काम को करने के लिए बहुत अधिक मात्रा में मजदूरों की आवश्यकता होती है। तो उस कारखाने का मालिक रोड पर एक एक मजदूर को नहीं ढूंढेगा क्योंकि उसे और भी अलग-अलग काम देखना होता है। ऐसी परिस्थिति में मजदूरों के झुंड को कारखाना में ले जाने का कार्य मजदूर सप्लाई करने वाला या मजदूर कांट्रेक्टर करता है।
एक ऐसा व्यक्ति जो आवश्यकता पढ़ने पर बहुत अधिक मजदूरों को आपके कार्य के लिए ले आ सकता है, उसे हम मजदूर सप्लाई करने वाला या मजदूर कांट्रेक्टर कहते है।
जिन व्यक्तियों को कुछ काम चाहिए होता है और वह मजदूरी करने को तैयार होते हैं वह मजदूर कांट्रेक्टर से बात करते है, और मजदूर सप्लाई करने वाला या मजदूर कॉन्ट्रैक्ट ऐसा व्यक्ति होता है, जो मजदूर को काम दिलवाता है बदले में मजदूर को उसका मेहनताना दिलाता है और खुद कुछ कमीशन रखता है।
मजदूर कांट्रेक्टर कौन होता है
जैसा कि हमने आपको बताया किसी फैक्ट्री में या कारखाने में बहुत अधिक मजदूरों की आवश्यकता होती है, जहां मजदूरों को पहुंचाने के लिए एक व्यक्ति होता है, जिसे मजदूर कांट्रेक्टर कहा जाता है।
सरल शब्दों में अगर इस नौकरी की परिभाषा करें तो हम कहेंगे कि मजदूर कांट्रेक्टर एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो आसपास के उन सभी लोगों का बायोडाटा रखता है, जो मजदूरी करना चाहते हैं और कारखाने में जाकर या किसी बड़े ठेकेदार से बात करके मजदूरों को वहां पर काम करने के लिए पहुंचाता है बदले में वह मजदूरों को उनका मेहनतना देता है, जो वह हकदार या कारखाने के मालिक से लेता है उसमें अपना भी कुछ कमीशन रखता है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसके तहत भारत में कारखाना और अलग-अलग तरह के कार्यालय खुलने की संभावना बहुत अधिक है।
इन कारखानों को बनाने में बहुत अधिक मात्रा में मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी और इन प्रोजेक्ट को चलाने वाले लोग एक-एक करके मजदूर ढूंढ लेंगे, तो बहुत अधिक समय लग जाएगा। जिस वजह से मजदूर कांट्रेक्टर से बात किया जाता है, जो बहुत अधिक मात्रा में मजदूरों को एक स्थान से दूसरे स्थान लेकर आता है और मजदूरों को काम देता है।
चाहे किसी कारखाना का काम हो या किसी ठेकेदार के द्वारा बनाई जाने वाली सड़क या मकान। मजदूर कांट्रेक्टर मजदूरों को सभी प्रकार के कार्य करने के लिए इकट्ठा करता है, बदले में वह अपना पैसा रखता है और मजदूरों को उनका मेहनताना दिलाता है।
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लेबर कांट्रेक्टर कैसे बने?
जब किसी जगह पर बहुत अधिक मजदूरों की आवश्यकता होती है, तो वह सभी मजदूरों को काम समय पर मिलेगा और उनका मेहनताना उनको मिलेगा यह पूरी तरह से लिखित होना चाहिए तभी सरकार इसे कानूनन मानती है।
लेबर कांट्रेक्टर एक व्यक्ति होता है, जो ऐसे मजदूरों को इकट्ठा करके मजदूरी वाली जगह पर लेकर जाता है। जब 20 मजदूर से कम लोगों की आवश्यकता पड़ती है, तो यह काम बिना किसी कॉन्ट्रैक्ट के या लाइसेंस के हो जाता है जिसके लिए किसी भी लेबर कांट्रेक्टर की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
मगर जब किसी स्थान पर 20 मजदूर से अधिक आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए आपको सरकार की तरफ से एक लेबर लाइसेंस या लेबर कॉन्ट्रैक्ट साइन करने की आवश्यकता पड़ती है, जिसके लिए एक व्यक्ति होता है, जो उन सभी मजदूरों की जिम्मेदारी लेता है और उसे लेबर कांट्रेक्टर कहा जाता है।
लेबर कांट्रेक्टर बनने के लिए आपके पास 20 मजदूर होने चाहिए और आप किसी कार्यालय या ठेकेदार के साथ लेबर कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करेंगे, जिसमें आप लिखित तौर पर देंगे कि 20 मजदूर आप लेकर आएंगे और काम करवाएंगे बदले में वह 20 मजदूरों की तनख्वाह और आपका कमीशन देंगे
यह कॉन्ट्रैक्ट 20 मजदूर से कम पर साइन नहीं होता। इसके लिए सरकारी कागज लेना पड़ता है और 20 मजदूरों का झुंड आपके पास होना चाहिए।
लेबर सप्लाई करने के काम की महत्वपूर्ण बातें
अगर आप लेबर सप्लाई करने का काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि यह एक बहुत ही अच्छा विचार है। इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों को व्यापार शुरू करने से पूर्व ध्यान रखने की आवश्यकता है –
- लेबर सप्लाई करने के व्यापार में आपको लेबर कांट्रेक्टर अवश्य साइन करना है।
- लेबर कॉन्ट्रैक्ट साइन करते वक्त उस कॉन्ट्रैक्ट में एक बिंदु अवश्य लिखें कि अगर मजदूर काम करते वक्त किसी प्रकार के हादसे का शिकार हो जाता है, तो इसमें आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
- मजदूर को समय पर उसका पैसा मिलेगा यह सुनिश्चित करवा ले।
- मजदूर को मेहनताना देने के बाद आप उसमें अपना कमीशन रखेंगे। यह भी उस कॉन्ट्रैक्ट में साइन करवा लें जिसमें सुनिश्चित करें कि आप प्रत्येक मजदूर कितना कमीशन रख रहे हैं।
- काम निर्धारित अवधि से पहले किसी भी तरीके से बंद नहीं किया जाएगा, जो आदमी काम शुरू कर रहा है अगर वह किसी तरीके से काम बंद करता है तो उसके लिए वह कितना जुर्माना देगा यह भी तय कर ले।
लेबर सप्लाई करने का काम कैसे शुरू करें
अगर ऊपर बताई गई सभी जानकारियों को पढ़ने के पश्चात आप लेबर सप्लाई का काम शुरू करना चाहते हैं, तो यह आवश्यक है कि आप नीचे बताए गए निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करें।
कम से कम 20 मजदूरों की टोली तैयार करें
अगर आपको लेबर सप्लाई का काम शुरू करना है, तो किसी बड़े ठेकेदार या फैक्ट्री को आप को कम से कम 20 मजदूर सप्लाई करने होंगे क्योंकि सरकार के द्वारा जारी किए गए नियम के अनुसार आपको कम से कम 20 मजदूरों के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन करना होता है।
आप अपने आसपास ऐसे लोगों को ढूंढ सकते हैं, जो मजदूरी का काम करना चाहते हैं। उनका कांटेक्ट नंबर और अन्य बायोडाटा अपने पास सुरक्षित रख लें ताकि जब मजदूरों की आवश्यकता हो, तो आप उन्हें बुलाकर काम दे सकें।
लेबर कांट्रेक्टर लाइसेंस बनवाए
आप चाहे कैसा भी कार्य कर रहे हो सरकार का लिखित प्रमाण होना बहुत आवश्यक है। किसी भी प्रकार के व्यापार या काम को शुरू करने अब सरकार से इस तरह की अनुमति लेते हैं उसे लाइसेंस कहा जाता है। इस काम में भी आपको सरकार के तरफ से लाइसेंस लेना होगा।
याद रखें अगर आप मजदूरों की जिम्मेदारी उठा सकते हैंऔर आपको मजदूरी के काम और उन्हें मैनेज करने का अच्छा अनुभव है, तो आप लेबर कांट्रेक्टर लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
जैसा कि हमने आपको बताया अगर आप 20 मजदूर से कम की कोई डील करते हैं, तो इसके लिए आपको किसी भी प्रकार के लाइसेंस और सरकार के अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
मगर अपने व्यापार का विस्तारीकरण करने के लिए और 20 मजदूर से अधिक का डील करने के लिए आपके पास लेबर कांट्रेक्टर लाइसेंस होना चाहिए। इस लाइसेंस के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है, जिसके लिए सरकार ने श्रम सुविधा पोर्टल को बनाया है।
कंपनी से संपर्क करें और अपने मजदूरों के लिए काम ढूंढे
अगर आप मजदूर सप्लाई करने का काम शुरू करना चाहते हैं और इस व्यापार को और आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास अच्छा खासा काम होना चाहिए। इसके लिए आपको अलग-अलग कारखाने में बात करने की आवश्यकता है।
अब ऑनलाइन मजदूर की आवश्यकता का प्रचार चलाकर या किसी संस्था, कारखाने का मालिक या ठेकेदार से बात करके मजदूरों के लिए काम ढूंढ सकते है। मजदूर के लिए काम ढूंढने के लिए आप ठेकेदार के पास जाकर बात कर सकते हैं या फिर किसी कारखाने में जाकर बात कर सकते हैं।
आज ऑनलाइन सुविधा आने की वजह से आप अपना प्रचार प्रसार भी चला सकते हैं। जब आपको कोई मजदूर का काम मिलेगा तो 20 से अधिक मजदूर के काम के लिए डील करें, जिसके लिए आप अपना मजदूर कांट्रेक्टर लाइसेंस दिखाकर मजदूर कॉन्ट्रैक्ट डील पर साइन कर सकते हैं। उसके बाद अपने व्यापार का विस्तारीकरण करें।
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लेबर कांट्रेक्टर का काम और जिम्मेदारी
इससे पहले कि आप लेबर सप्लाई करने का काम शुरू करना चाहते हो तो हम आपको बताना चाहते हैं कि लेबर कांट्रेक्टर का मुख्य काम क्या होता है और किन जिम्मेदारियों पर उसे खरा उतरना चाहिए।
लेबर कांट्रेक्टर का काम
- लेबर कांट्रेक्टर का मुख्य काम होता है कि उचित मात्रा में लेबर को उपलब्ध करना ताकि काम सही तरीके से चल सके।
- लेबर कार्य में आवश्यक उपकरण उपलब्ध करना।
- लेबर कार्य में उचित परामर्श देना कि वह कार्य कैसे और कौन करेगा और किस प्रकार लेबर कम से कम समय में काम को खत्म कर पाएगा।
- लेबर के काम को सुरक्षा देना और कंपनी के काम को सुरक्षा देना अर्थात कंपनी ने जो काम दिया है वह सही तरीके से संपन्न करवाना और लेबर का काम न छूट जाए यह भी ध्यान रखना।
- कौन सा लेबर कैसे काम कर रहा है इसकी पूरी देखरेख करना।
लेबर कांट्रेक्टर की मुख्य जिम्मेदारियां
- किसी ठेकेदार या फैक्ट्री के साथ लेबर कॉन्ट्रैक्ट साइन करते वक्त लेबर कांट्रेक्टर इस बात का ध्यान रखता है कि एक सटीक समय अवधि पर प्रत्येक मजदूर को उसका पैसा मिल जाए।
- लेबर कांट्रेक्टर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो मजदूरों का प्रतिनिधि होता है, जो पैसे का लेनदेन करते वक्त मजदूरों के समक्ष मौजूद रहता है और इस बात को सुनिश्चित करता है कि सभी मजदूर सही तरीके से काम कर रहे हैं और उन्हें सही तरीके से पैसे दिए जा रहे हैं या नहीं।
- लेबर कांट्रेक्टर सभी मजदूरों की सुरक्षा, काम और पैसे के लिए जिम्मेदार होता है।
अगर आप लेबर सप्लाई करने का काम शुरू करना चाहते हैं, तो अब तक आप समझ गए होंगे कि आपके पास कम से कम 20 मजदूर होने चाहिए ताकि आप 1970 लेबर एक्ट के तहत भारतीय सरकार के नियम का पालन करते हुए लेबर कॉन्ट्रैक्ट को साइन कर सकें और अपने मजदूरों का एक प्रतिनिधि बनकर उनके समक्ष खड़े रह सके।
लेबर सप्लाई के काम से कितना कमाया जा सकता है?
चाहे आप कोई भी व्यापार कर रहे हो उस व्यापार को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाने का होता है। अगर आप लेबर सप्लाई करके पैसा कमाना चाहते हैं तो यह आवश्यक है कि आप समझे कि लेबर सप्लाई करने से आपको कितना मुनाफा हो सकता है और आप इसमें किस तरह से पैसा कमा सकते है।
वर्तमान समय में लेबर की आवश्यकता तेजी से बढ़ने वाली है क्योंकि प्रधानमंत्री की तरफ से मेक इन इंडिया को शुरू किया गया है जिसके तहत विभिन्न प्रकार के कारखाने और अलग-अलग तरह के कार्यालय शुरू हो रहे हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन की सुविधा आ जाने की वजह से लोग मजदूर को ऑनलाइन ढूंढ रहे हैं। अगर आप ऑनलाइन अपने मजदूरों का प्रचार प्रसार करेंगे तो अलग-अलग जगह से कंपनियां आपको फोन करेंगे और आपको काम मिलने की संभावना बहुत अधिक होगी।
सरल शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि वर्तमान समय में मजदूरों की मांग बहुत अधिक है और आने वाले समय में मजदूरों की मांग और तेजी से बढ़ सकती है। इस वजह से मजदूर सप्लाई करके पैसा कमाने का विचार बहुत अच्छा विचार है।
जिसमें आप बहुत कम निवेश करके अपने व्यापार को शुरू कर सकते हैं और महीना का 30 से ₹40000 शुरुआती में कमा सकते है। धीरे-धीरे आपका काम जैसे-जैसे बढ़ेगा और जितने अधिक मजदूरों की संख्या हो जाएगी आप इससे भी अधिक पैसा कमा पाएंगे।
FAQ
अगर लेबर सप्लाई करने का काम शुरू करना है तो आपको कम से कम 20 मजदूरों का बायोडाटा अपने पास रखना होगा और लेबर कांट्रेक्टर लाइसेंस बनवाने के बाद अलग-अलग कंपनी और ठेकेदारों से मजदूर के काम के लिए कॉन्ट्रैक्ट लाइसेंस साइन करना होगा।
लेबर सप्लाई करके पैसा कमाने के लिए आपको अलग-अलग कंपनियों से लेबर कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाना होगा और इससे हर मजदूर के मेहनताना के पीछे कमीशन लेकर अपनी कमाई कर सकते हैं।
लेबर कांट्रेक्टर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो किसी कारखाने या बड़े ठेकेदार के लिए बहुत अधिक मात्रा में मजदूरों का दिल करता है जिसमें वह किसी कार्य को करने के लिए बड़ी संख्या में मजदूरों को लेकर आता है।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को मजदूर सप्लाई का काम कैसे शुरू करें?( Labour Supply Ka Kaam Kaise Kare) के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज की यह जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल साबित हुई होगी।
अगर आपके लिए हमारी यह जानकारी जरा सी भी हेल्पफुल रही हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले।
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हो। हम आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया का जवाब शीघ्र से शीघ्र देने का पूरा प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो।
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