Krushi Seva Kendra Kaise Khole: आज हमारे देश में किसानों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। किसानों के द्वारा हमारे देश में अन्न पैदा किया जाता है। अगर हमारे देश के किसान अन्न पैदा नहीं करेंगे तो शहरों और महानगरों में रहने वाले लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है।
किसानों को अपनी फसल के लिए सभी प्रकार की जानकारी के लिए कृषि सेवा केंद्र का होना बहुत जरूरी होता है। इनके माध्यम से कृषि से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां और दवाइयां किसानों को मिल जाती हैं, जिससे हमारी फसल अच्छी पैदा होती है। आज हमारे देश के हर गांव में आपको कृषि सेवा केंद्र की दुकानें अलग-अलग नामों से देखने को मिल सकते हैं।
इन पर किसान लोग जाकर अपनी फसल के लिए कीटनाशक, उर्वरक, खाद, फसल उत्पादक प्रोसेस आदि चीजें खरीद सकते हैं। आज युवा वर्ग की सबसे बड़ी परेशानी है बेरोजगारी। इसके लिए आप एक कृषि सेवा केंद्र खोलकर अपनी बेरोजगारी को दूर कर सकते हैं। यह आपके लिए बहुत अच्छा व्यापार रहेगा।
आज के समय में खेती की डिमांड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आइए आज हम कृषि सेवा केंद्र के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से कृषि सेवा केंद्र किस तरह खोले जाते हैं (Krushi Seva Kendra Kaise Khole), इसका रजिस्ट्रेशन फायदे, इसके लिए योग्यता आदि सभी के बारे में आपको जानकारी प्राप्त करते हैं।
कृषि केंद्र कैसे खोले? | Krushi Seva Kendra Kaise Khole
Table of Contents
कृषि सेवा केंद्र क्या है?
भारत को कृषि के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए कृषि मंत्रालय के द्वारा देश के हर एक किसान को अच्छी पैदावार प्रदान करने के लिए कृषि से संबंधित सभी प्रकार की दवाइयों की जानकारी के लिए जगह-जगह पर अनेकों प्रकार के कृषि सेवा केंद्र खोले जा रहे हैं। कृषि सेवा केंद्र पर आप सभी लोग जाकर के अपनी फसलों को बचाने हेतु उचित परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र (Eagriservice) पर आप सभी लोग कृषि के फायदे और नुकसान, फसलों में कौन सी दवाइयां डालनी चाहिए, कब खाद डालनी चाहिए इत्यादि के विषय में जानकारियां प्राप्त हो सकती हैं। कृषि को और भी ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार के द्वारा यह कदम उठाया गया है। भारत सरकार के द्वारा कृषि सेवा केंद्र को और भी ज्यादा अच्छे तरीके से कार्यरत होने के लिए भारत सरकार ने नए-नए नियम लगाए हैं।
इन सभी नियमों के मुताबिक यदि कृषि सेवा केंद्र किसानों के साथ किसी भी प्रकार की बदतमीजी या फिर उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है तो कृषि सेवा केंद्र पर शिकायत दर्ज होने पर उसे बंद कर दिया जाएगा।
कृषि सेवा केंद्र सभी किसानों के लिए एक क्रांति के रूप में साबित हुई है, जिसके कारण सभी किसान भाई अपने फसलों से एक उचित परामर्श के कारण अच्छी पैदावार प्राप्त कर पा रहे हैं। कृषि सेवा केंद्र को शुरू कर दिए जाने के कारण से सभी किसान भाइयों के फसलों से संबंधित समस्याओं पर एक विशेष परामर्श प्राप्त हो जाता है और वे अपने फसलों को दवाओं की मदद से अच्छा बना पाते हैं।
कृषि केंद्र कैसे खोले? (Krushi Seva Kendra Kaise Khole)
कृषि सेवा केंद्र को शुरू करना बहुत ही ज्यादा आसान है। कृषि सेवा केंद्र को शुरू करने के लिए आप सभी लोगों के पास एक दुकान होनी चाहिए। कृषि सेवा केंद्र एक ऐसा व्यापार है, जो आज के समय में पूरे देश भर में बहुत ही ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहा है। क्योंकि यदि हमारे किसान भाई अपने खेतों में अच्छी पैदावार करेंगे तभी तो हम सभी लोगों को अन्न इत्यादि मिल पाएंगे।
किसान हमारे लिए अन्नदाता के रूप में साबित होते हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के द्वारा कृषि सेवा केंद्र शुरू किया गया है। यदि आप कृषि सेवा केंद्र खोलना चाहते हैं तो आप सभी लोगों के पास कृषि से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त होनी चाहिए। यदि आप सभी लोगों के पास कृषि से संबंधित जानकारियां होती है तो आप कृषि सेवा केंद्र शुरू करके खाद एवं बीज का व्यापार शुरू कर सकते हैं।
ऐसा इसलिए जरूरी होता है ताकि जब किसान आपके पास आए तो आपके पास उन्हें देने के लिए उचित परामर्श और अच्छी क्वालिटी के खाद और बीज हो। आपका सभी किसानों को इस तरीके से परामर्श देना है कि वे आपके यहां से ही खाद और बीज खरीदें।
कृषि सेवा केंद्र का बाजार निरीक्षण
कृषि सेवा केंद्र शुरू करने के लिए आप सभी लोगों के पास कृषि से संबंधित सारी जानकारियां होनी चाहिए। यदि आपके पास यह जानकारियां नहीं है तो आपको खाद बीज की दुकानें और कृषि सेवा केंद्र इन सभी के बारे में जानकारी लेनी होगी। आपको कृषि संबंधित छोटी बड़ी हर प्रकार की जानकारी आपके पास होना जरूरी है। आप गांव में किसानों के पास भी उनकी समस्याओं को जानकर उनका हल निकालने की कोशिश कर सकते हो।
इन सभी तरीकों के उपयोग से आप सभी लोगों को सारी जानकारियां प्राप्त कर लेनी है और अब आप सभी लोग यदि कृषि सेवा केंद्र खोलेंगे तो आप सभी लोगों के लिए काफी अच्छा रहेगा। क्योंकि ऐसे समय में जब आप खुद से जागरूक हो जाएंगे तभी आप सभी चीजों के बारे में अच्छे तरीके से और विस्तार से किसानों को समझा पाएंगे।
उन्हें उनके फसलों की समस्या के अनुरूप उचित दवाइयां और खाद दे पाएंगे। जैसे-जैसे आप का अनुभव क्षेत्र में बढ़ता जाएगा, आप उतनी ही ज्यादा अच्छी तरीके से अपना व्यापार चला पाएंगे।
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कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए लागत
कृषि सेवा केंद्र को शुरू करने के लिए आप सभी लोगों के पास कुछ पैसे भी होने चाहिए। क्योंकि कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए सबसे पहले आप सभी लोगों को एक दुकान होली होगी, जिसके लिए आपको पैसे चाहिए। कृषि सेवा केंद्र शुरू करने करते समय आप सभी लोगों को अपना ध्यान इस बात पर देना है कि आप अपना व्यापार किस लेवल पर शुरू करना चाहते हैं।
यदि आप अपने इस बिजनेस को मध्यम लेवल पर शुरू करना चाहते हैं तो आपको लगभग ₹400000 से ₹500000 तक खर्च करने पड़ सकते हैं। इतना ही नहीं अभी आप अपनी इस बिजनेस को बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो आप सभी लोगों को लगभग ₹1000000 तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
इतना खर्च करके आप बहुत ही अच्छे तरीके से कृषि सेवा के लिए अपने केंद्र पर अच्छे किस्म के खाद और बीज रख पाएंगे। क्योंकि यह काम बहुत ही ज्यादा जरूरी होगा।
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए लोकेशन
जैसा हम सभी लोग जानते हैं हमें किसी भी प्रकार के बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले उस बिजनेस के लिए एक अच्छी जगह का चुनाव करना होता है। ठीक उसी प्रकार यदि आप कृषि सेवा केंद्र शुरू करना चाहते हैं तो आप सभी लोगों को एक अच्छे जगह का चुनाव करना है। जिसके लिए आप सभी लोगों को ऐसी जगह चुननी है, जहां पर किसान लोग अपनी फसलों के सामान लेने के लिए ज्यादा आते हैं और ऐसी क्षेत्रों का चयन करें, जहां पर फसलों में ज्यादा रोग लगते हैं।
आप सभी लोग हमेशा अपने कृषि सेवा केंद्र को ऐसी जगह पर स्थापित कीजिए, जहां से गांव कुछ ही दूरी पर हो ताकि लोग आपके कृषि सेवा केंद्र पर आकर के अपनी फसलों की समस्या को बता कर अच्छी दवाओं को प्राप्त कर सकें। यदि बात करें एक अच्छी जगह की तो ग्रामीण इलाके में आप गांव से बाहर अर्थात तीन-चार गांव के सीमा पर अपना यह बिजनेस शुरू करें ताकि आसपास के सभी गांव के लोग आपके यहां ही आए और आपका बिजनेस अच्छे से चले।
यदि आप सभी लोग ग्रामीण इलाकों में किसानों को शहरों के मुकाबले थोड़ी कम कीमतों पर बीज खाद और कीटनाशक दवाइयां उपलब्ध कराएंगे तो आप सभी लोगों की बिक्री भी बढ़ जाएगी और आसपास के सभी किसान शहर जाने की वजह आपके पास ही आएंगे और दवाई लेकर जाएंगे। कृषि सेवा केंद्र शुरू करने की सबसे ज्यादा जरूरत ग्रामीण इलाके में ही है क्योंकि कृषि युक्त भूमि ज्यादातर गांव में ही होती है।
आप अपनी दुकान के लिए वहीं जगह लेकर दुकान खोल सकते हो। इसके अलावा आप खाद बीज की दुकान अनाज मंडी में भी खोल सकते हैं। क्योंकि किसानों की सबसे ज्यादा आवाजाही अनाज मंडी में ही होती है और खाद बीज किसान परामर्श केंद्र की होलसेल मार्केट में भी आप दुकान ले सकते हैं।
हमारे देश में खेती गांव में होती है किसान ज्यादा से ज्यादा गांव में ही रहते हैं। इसीलिए आपको दुकान गांव के आस-पास ही खोली चाहिए। गांव के आसपास खोलने का सबसे बड़ा फायदा यह रहेगा कि सभी किसानों को परेशानी नहीं होगी और अधिक से अधिक संख्या में किसान आपके पास आएंगे।
इसके अतिरिक्त आप जिस भी लोकेशन का चुनाव करें, उस क्षेत्र का निरीक्षण भी जरूर करें। पहले से उस क्षेत्र में कितने कृषि सेवा केंद्र है, वे कीटनाशक दवाइयों पर कितना मार्जन कमाते हैं और वे कैसे लोगों को खेती संबंधित सलाह देते हैं। इन बातों की जानकारी लें जो आपको कृषि सेवा केंद्र को चलाने में मदद करेगा।
कृषि सेवा केंद्र के लिए दवाइयां, खाद व बीज
कृषि सेवा केंद्र की दुकान खोलने के बाद सबसे ज्यादा जरूरी चीज जो होती है, वह दवाइयों के लिए होती है। क्योंकि कृषि सेवा केंद्र बिना दवाइयों के नहीं चल सकता है। उदाहरण के लिए जब हम किसी डॉक्टर के पास जाएंगे तो डॉक्टर की एडवाइस से ही काम नहीं चलेगा। हमें दवाइयां भी लेनी होगी तो हम वहीं से दवाइयां परचेज करते हैं।
उसी प्रकार से कृषि सेवा केंद्र हमारी कृषि से संबंधित समस्याओं का समाधान बताने के लिए है तथा वहीं से हम खाद बीज, जो भी फसल का जरूरी सामान हम खरीद सकते हैं। अगर आपको अपनी दुकान के लिए खाद बीज, कीटनाशक, दवाई आदि सामान को लेने के लिए आप डिस्ट्रीब्यूटर से बात कर सकते है, वो आपको डायरेक्ट आपको दुकान पर ही सामान भेज दिया करेगा।
नहीं तो आप होलसेल की दुकानों से भी कृषि का सामान खरीद सकते है, इसके लिए आप रेट का मोल भाव खुद तय करें। क्योंकि मार्केट में अलग-अलग रेट मिल जाती है। अपने बजट को देखते हुए और सभी चीजों की रेट पता करके ही फिर चीज खरीदें। इस दुकान में आप फसलों की पैदावार के लिए अच्छे से अच्छी क्वालिटी के बीच भी रख सकते हैं।
इसके अलावा खेती से संबंधित सभी सामान अगर आपकी दुकान में रखेंगे तो किसानों को कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। आप की दुकान बहुत अच्छे चलेंगी।
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कृषि सेवा केंद्र में मौसम के अनुसार दवाई
हमारे देश में जब किसान फसल पैदा करते हैं तो हर 4 महीने में फसल पूरी तरह पक कर तैयार हो जाती है और खाने योग हो जाती है। इसके लिए सभी कृषि सेवा केंद्रों पर आपको मौसम के अनुसार उनकी दवाइयां मिलती हैं। आप अपनी दुकान के लिए सभी प्रकार की फसलों के लिए मौसम के अनुसार दवाइयों को रखें।
इससे किसी भी किसान को अपनी फसल के लिए नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। जब आप अपनी दुकान में मौसम के अनुसार फसलों के लिए सभी प्रकार का सामान रखेंगे तो आपकी बिक्री बहुत बढ़ेगी, आपको बहुत मुनाफा प्राप्त होगा।
अगर आप अपनी दुकान में मौसम के हिसाब से सभी फसलों के लिए दवाइयां खाद बीज नहीं रखेंगे तो आप को बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है। आज खाद बीज की दुकान मौसम के अनुसार ही चलते हैं तो आपको भी इन सभी चीजों को देखना होगा।
दुकान के साथ गोडाउन की भी जरूरत
जब हम खाद बीज और कृषि सेवा केंद्र का कार्य करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए हम को दुकान के साथ-साथ एक गोडाउन की भी जरूरत पड़ती है। क्योंकि जो भी हमारा दवाई, खाद, बीज, कीटनाशक सभी चीजों को रखने के लिए हम को एक गोडाउन भी जरूरी होता है।
क्योंकि दुकान पर हम भारी मात्रा में यह सब चीजें नहीं रख सकते तो दुकान के नजदीकी गोडाउन का होना जरूरी है। ताकि जब ज्यादा संख्या में ग्राहक आपकी दुकान पर आए तो आप तुरंत गोडाउन से सामान लाकर उनको दे सके।
कृषि सेवा की दुकान के लिए लाइसेंस का उपयोग
जब आप कृषि सेवा केंद्र की दुकान खोल रहे हो तो उसके लिए आपको लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। आज हमारे देश में सभी प्रकार के व्यापार करने के लिए लाइसेंस बनवाना अनिवार्य कर दिया है। आपको एग्रीकल्चर इनपुट की जरूरत होती है। जब हम कृषि सेवा केंद्र खाद बीज की दुकान खोल रहे हैं, उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी लाइसेंस होता है।
जब हम अपनी दुकान के लिए जरूरी दवाइयां, खाद, बीज किसी बड़े होलसेलर से या किसी बड़ी कंपनी के मालिक से लेते हैं तो हमको एमआरपी रेट में डिस्काउंट मिल जाता है, उसके लिए हम को लाइसेंस दिखाने की सख्त जरूरत पड़ती है।
कृषि सेवा केंद्र खाद बीज दोनों ही काम के लिए आपके पास लाइसेंस होना बहुत जरूरी होता है। जिन-जिन कंपनियों से हम माल खरीदते हैं, उनका भी एक लाइसेंस में रिकॉर्ड होना जरूरी होता है।
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कृषि सेवा केंद्र के लाइसेंस के लिए योग्यता
यदि आप कृषि सेवा केंद्र के लिए लाइसेंस लेना चाहते हैं तो पहले आपको यह पता होनी चाहिए कि उसके लिए कौन सी योग्यता चाहिए। कृषि सेवा केंद्र के लिए आवश्यक लाइसेंस आपको तभी मिलते हैं जब आपने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया हो।
यदि आप रसायन विषय के साथ बैचलर ऑफ साइंस करते हैं तो आपको खाद, बीज और कीटनाशक तीनों का लाइसेंस बहुत आसानी से मिल जाता है। हालांकि आप डिप्लोमा करके भी कृषि केंद्र खोलने के लिए लाइसेंस ले सकते हैं। लेकिन यदि आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री नहीं है तो ऐसे में आपके लिए कृषि सेवा केंद्र खोलने का लाइसेंस लेना मुश्किल हो सकता है।
यदि आपको इससे संबंधित और भी आवश्यक जानकारी चाहिए तो आप अपने जिले की कृषि विभाग में जाकर पूछ सकते हैं। वे आपको आवश्यक सभी योग्यता के बारे में बता देंगे।
लाइसेंस बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज
कृषि सेवा केंद्र ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Krishi Seva Kendra Online Registration) के लिए हमको कुछ जरूरी कागजात दर्ज करने होते हैं। तभी हमारा लाइसेंस बन सकता है। खाद बीज लाइसेंस के लिए योग्यता और कागजात निम्न है:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- 2 पासपोर्ट साइज फ़ोटो
- ग्रेजुएशन की डिग्री एग्रीकल्चर में
- दुकान का खसरा नंबर
- एनओसी प्रमाण पत्र (सरपंच से प्राप्त)
- जमीन प्रमाण पत्र
- प्रिंसिपल प्रमाण पत्र
जब आपके पास कृषि सेवा केंद्र खोलने के लाइसेंस लेने की सभी योग्यता और आवश्यक दस्तावेज हैं तब आप कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से कृषि सेवा केंद्र के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र लाइसेंस डाक्यूमेंट्स महाराष्ट्र
कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन करने हेतु आप चाहे किस भी राज्य से हो आप सभी लोगों के सभी डाक्यूमेंट्स सेम ही रहेंगे। अर्थात जो डाक्यूमेंट्स ऊपर बताए गए हैं, वहीं डाक्यूमेंट्स के उपयोग से आप सभी लोग किसी भी राज्य में रहकर अपना आवेदन कर सकते हैं।
यदि कुछ बदलेगा तो वह है, सिर्फ आप सभी लोगों के द्वारा दिया जाने वाला शुल्क। दिए जाने वाले शुल्क को अलग-अलग राज्यों के हिसाब से अलग-अलग रखा गया है।
कृषि सेवा केंद्र लाइसेंस (Krishi Seva Kendra Licence)
यदि आप किसी सेवा केंद्र शुरू करना चाहते हैं तो आप सभी लोगों को सबसे पहले कृषि केंद्र लाइसेंस (Krushi Seva Kendra Licence) प्राप्त करना होगा। इसके लिए आप सभी लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन हो जाते हैं। यदि आप कृषि सेवा केंद्र का लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो आप सभी लोगों के पास कुछ जरूरी दस्तावेज भी होने चाहिए और इसके साथ-साथ लाइसेंस बनवाने के लिए आपको फीस भी जमा करनी पड़ेगी।
यदि आप सभी लोगों के पास यह दस्तावेज और जरूरी भी है तो आप कृषि लाइसेंस बनवाने के लिए अपना आवेदन कर सकते हैं और आवेदन करने के बाद आप सभी लोग अपने कृषि सेवा केंद्र पर खाद और बीज की दुकानें खोल सकते हैं।
कृषि सेवा केंद्र के लिए भी बनवाया गया यह लाइसेंस लगभग 2 सालों के लिए ही वैलिड रहता है और इसके बाद आपको पुनः अपना लाइसेंस रिनुअल कराना होता है। लाइसेंस को रिन्यू अलकारा के समय भी उतना ही चार्ज लगेगा जितना पहले लगा था।
लाइसेंस के लिए फीस
- बीज के लिए – 1000/-
- खाद के लिए – 1250/-
- कीटनाशक के लिए – 1500/-
आप किस राज्य में रहते है और जहां पर आप दुकान खोलना चाहते हैं, वहां पर उस राज्य की फीस थोड़ी अलग होती है। सभी राज्यों ने अपनी अपनी फीस अलग निर्धारित की हुई है।
यदि आप कृषि सेवा केंद्र लाइसेंस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (krishi seva kendra licence online registration) करवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपने क्षेत्र के नजदीकी कस्टमर सर्विस सेंटर जाना होगा, जहां पर आप कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यदि आप ऑफलाइन तरीके से रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो आपको अपने क्षेत्र के कृषि विभाग में जाना होगा, जहां पर आपको सभी दस्तावेजों को जमा करना होगा।
रजिस्ट्रेशन के लिए भी आपसे कुछ फीस लिए जाते हैं जैसे कि बीज लाइसेंस के लिए एक से डेढ़ हजार रुपे तक, वहीं खाद के लिए 12 सौ से 15 सौ रुपए और कीटनाशक के लिए भी अलग से फीस देना पड़ सकता है। हालांकि यह फीस अलग-अलग राज्यों के कृषि विभाग में अलग अलग हो सकता है।
पूरा लाइसेंस बनने की प्रक्रिया में लगभग 28 से 30 दिन का समय लग जाएगा। आपका लाइसेंस बनकर तैयार हो जाएगा फिर आप दुकान खोल सकते हो।
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कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन प्रक्रिया
कृषि सेवा केंद्र के लिए आवेदन करने हेतु आप सभी लोगों को दोनों ही प्रकार की प्रक्रिया में मिल जाती है अर्थात ऑनलाइन प्रक्रिया और ऑफलाइन प्रक्रिया। आप इन दोनों में से किसी भी एक प्रक्रिया का चयन करके बड़ी ही आसानी से अपना आवेदन कृषि सेवा केंद्र के लिए कर सकते हैं।
आइए हम सभी लोग जानते हैं कि इन दोनों ही प्रक्रियाओं के माध्यम से हम कैसे अपना आवेदन कर पाएंगे।
कृषि सेवा केंद्र के लिए ऑनलाइन आवेदन
यदि आप सभी लोग कृषि सेवा केंद्र खोलना चाहते हैं और इसके लिए लाइसेंस प्राप्त करने हेतु अपना ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आप सभी लोगों को सबसे पहले अपने नजदीकी सहज जन सेवा केंद्र पर चले जाना है। सिर्फ सहज जन सेवा केंद्र के अधिकारी ही आपका आवेदन कर सकते हैं।
क्योंकि उनके पास से कृषि सेवा केंद्र की ऑफिशियल वेबसाइट की लॉगइन आईडी और पासवर्ड होती है। आप सभी लोग साथ जन सेवा केंद्र पर जाकर अपना आवेदन बड़ी ही आसानी से करा पाएंगे।
कृषि सेवा केंद्र के लिए ऑफलाइन आवेदन
यदि आप सभी लोग भी कृषि सेवा केंद्र को शुरू करके अपना व्यापार करना चाहते हैं तो आप सभी लोगों के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होगा कि आप सभी इस बिजनेस के लिए लाइसेंस बनवाए। बिना लाइसेंस के आप सभी कभी भी खाद बीज की दुकान नहीं चला सकते।
हमारे द्वारा नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप बड़ी ही आसानी से अपना लाइसेंस ऑफलाइन तरीके से बनवा पाएंगे:
- Step 1: अपना लाइसेंस बनवाने के लिए सबसे पहले आप सभी लोगों को अपने नजदीकी कृषि विभाग के ऑफिस में चले जाना है।
- Step 2: अब आप सभी लोगों को वहां के अधिकारी से अपने खाद्य व्यापार का लाइसेंस बनवाने के लिए कहना है।
- Step 3: अब कृषि विभाग का अधिकारी आपको आवश्यक दस्तावेजों की सूची और एक आवेदन फॉर्म देगा।
- Step 4: इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों को आप को बड़ी ही ध्यान पूर्वक से एवं सावधानी पूर्वक भर देना है।
- Step 5: आप सभी लोगों को आवेदन फॉर्म के साथ साथ उन सभी दस्तावेजों को अटैच कर देना है, जो उस सूची में लिखा गया है।
- Step 6: इसके बाद आप सभी लोगों को कृषि विभाग अधिकारी के द्वारा आपके लाइसेंस के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया जाएगा और आपको 28 से 30 दिन के अंदर अर्थात लगभग 1 महीने में आपका लाइसेंस मिल जाएगा।
- Step 7: यह लाइसेंस सिर्फ 2 सालों के लिए ही वैलिड रहता है। यदि आपको आगे भी यही बिजनेस करना है तो पुनः अपने लाइसेंस को रिन्यू कराना होगा।
दुकान के लिए जीएसटी नंबर
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए आपको अपना ऑनलाइन जीएसटी नंबर भी दर्ज करना होगा। इसके द्वारा आप को सरकार से एक ट्रेडमार्क मिल जाएगा, उसके जरिए आप अपनी दुकान को जिस जगह में खोलना चाहते हैं, वहां खोल सकते है।
इसके लिए आपके पास कोई रुकावट नहीं होगी। इस दुकान को खोलने के लिए जीएसटी नंबर का होना अनिवार्य होता है।
कृषि सेवा केंद्र खोलने के लिए लागत राशि
कृषि सेवा केंद्र को खोलने के लिए आपके पास में 10 लाख तक की राशि आपके पास होना जरूरी है। इसके बाद जैसे-जैसे आपकी बिक्री बढ़ती है, उसके हिसाब से आप अपना व्यापार आगे बढ़ा सकते है। उसके बाद आपको मार्केट में यह देखना होगा कि किस चीज की ज्यादा डिमांड हो रही है, उसी के हिसाब से आप सभी कृषि से संबंधित सामानों को होलसेल रेट पर मंगवा कर बेच सकते है।
जिस भी कंपनी का आप माल मंगवाते है तो उसके लिए आप उसका मार्जिन और मोलभाव सही तरीके से तय करके ही सामान को खरीदें। वैसे अगर इन्वेस्टमेंट की सही बात की जाए तो अगर गोडाउन और दुकान आपकी खुद की हैं तो आपका इन्वेस्टमेंट कम भी हो सकता है। लेकिन दोनों ही चीजें अगर किराए पर लेंगे, इससे आपका इन्वेस्टमेंट बढ़ जाएगा।
कृषि सेवा केंद्र से मुनाफा
कृषि सेवा केंद्र में हम कृषि संबंधित जानकारी और सभी प्रकार की चीजों को बेचकर 20 से 40 परसेंट तक का मुनाफा कमा सकते हैं। बाजारों में हर मौसम में फसलों की समस्याओं के लिए दवाइयों की और खाद बीज की मांग बहुत ज्यादा बढ़ती रहती है। इस सब का आपको फायदा मिल सकता है।
जब लोगों की मांग ज्यादा बढ़ती है तो आप अपना उत्पादन बढ़ा सकते है। आपने जिन दवाइयों को होलसेलर या डिस्ट्रीब्यूटर से खरीदा है, उन सभी पर एक जैसा मार्जन नहीं होता, सब पर अलग-अलग प्रकार का मार्जन होता है। जब मार्केट में फसलों की दवाइयों की मांग बढ़ जाती है तो उससे ज्यादा कीमत पर सभी चीजों को बेच सकते है, जिससे आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
आपके पास जितना बजट है, उस हिसाब से आप अलग-अलग कंपनियों की अपनी दुकान में दवाइयां, कीटनाशक, खाद जो भी चीज है रख सकते हैं।
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कृषि सेवा केंद्र के लिए स्टॉफ़
कृषि सेवा केंद्र खाद बीज की दुकान के लिए आपको चार-पांच लोगों का स्टाफ की जरूरत होती है। क्योंकि एक कृषि के उचित परामर्श के लिए तथा एक व्यक्ति को कृषि संबंधित दवाइयों की जानकारी के लिए, हालांकि आप परामर्श और दवाई संबंधित जानकारी के लिए जिन्हें भी रखें, उन्हें इस क्षेत्र से संबंधित अच्छे ज्ञान होने चाहिए।
इसीलिए उन्हें नियुक्त करने से पहले आप उनके डिग्री और सर्टिफिकेट को अच्छे से जरूर जांच लें। उसके बाद दो-तीन लोगों को सामान पैकिंग और सामान को किसानों तक पहुंचाने के लिए आवश्यकता होती है।
क्योंकि इसके लिए मजदूर वर्ग के भी एक दो लोग की आवश्यकता होती है, जो हम सामान डिस्ट्रीब्यूटर, होलसेलर के द्वारा मंगवाते हैं, उसको खाली करने में भी हमारी मदद कर सके तथा जब हम बेचते हैं तो उनको किसानों तक पहुँचाने में भी हमारी मदद कर सके।
कृषि सेवा केंद्र के लिए मार्केटिंग/प्रचार
आप जब कृषि सेवा केंद्र और खाद बीज का काम शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए अधिक संख्या में आपकी दुकान पर किसान लोग आए, उसके लिए आपको कुछ दवाइयों पर डिस्काउंट और कुछ आकर्षक गिफ्ट उनके लिए रखने होंगे तथा आपको किसान परामर्श का चार्ज भी निशुल्क रखना होगा। तभी ज्यादा संख्या में आपके पास किसान आएंगे।
इससे आपकी बिक्री भी बढ़ेगी और आपकी दुकान का प्रचार भी अच्छा हो जाएगा। यदि आप मार्केटिंग पर ज्यादा खर्च करना चाहते हैं तो आप न्यूज़पेपर, टीवी में विज्ञापन भी दे सकते हैं, पेंपलेट भी छपवाकर बंटवा सकते हैं।
इसके अलावा आप ऑनलाइन भी इसका प्रचार कर सकते हैं। ऑनलाइन ऐसे ग्रुप होते हैं, जिनमें किसान वर्ग के लोग बहुत जुड़े हुए वहां पर आप अपनी दुकान के बारे में सभी प्रकार की जानकारियां डाल सकते हैं और वहां पर उनको उचित परामर्श भी दे सकते हैं।
जिससे किसान लोग आपकी बात को समझे और आपकी दुकान पर सामान लेने के लिए आ सके। आप गूगल मैप पर अपने कृषि सेवा केंद्र का एड्रेस भी डाले ताकि लोग आसानी से आपके केंद्र तक पहुंच पाए।
कृषि सेवा केंद्र के लिए रिस्क
कृषि सेवा केंद्र खाद बीज के काम में रिस्क बहुत होता है। क्योंकि बहुत सी दवाइयां अपनी उत्पादन तिथि से कई बार उपयोग में ना लेने पर एक्सपायर हो जाती हैं, उससे बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इसके अलावा कई बार मौसम की वजह से या अन्य कारणों की वजह से आपका काम और मौसम की दवाइयां नहीं बिक पाए तो आपका स्टॉक वैसे ही पड़ा रहता है। वह दूसरे साल के उपयोग में नहीं आ सकता। इससे आपको लाखों का नुकसान भी हो सकता है। इसीलिए इसमे बहुत रिस्क का काम होता है।
FAQ
जी हां, दोनों काम एक ही होते हैं।
10 से 15 लाख रुपए।
सरकार द्वारा जारी जीएसटी नंबर तथा खाद, बीज, कीटनाशक तीनों के अलग-अलग लाइसेंस।
20 से 40% तक मुनाफा।
दुकान, गोडाउन, 3-4 लोग का स्टाफ, एक वाहन और लाइसेंस।
गांवों में, अनाज मंडी में और होलसेल मार्केट में।
निष्कर्ष
आज हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। यहां पर आधे से अधिक जनसंख्या गांव में निवास करती है तथा कृषि पर ही निर्भर है। अगर किसान वर्ग के लोग खेती नहीं करेंगे तो हमें खाने के लिए अन्न कहां से मिलेगा। हमारी पूर्ति नहीं हो पाएगी, इसीलिए सभी किसानों की भलाई के लिए उनकी समय-समय पर फसलों की देखभाल के लिए सरकार को कुछ सख्त कदम नियम बनाने पड़ते है।
सरकार ने किसानों के लिए बहुत सी योजनाएं भी चलाई है तथा आर्थिक सहायता के रूप में भी उनको सब्सिडी लोन भी दिए जाते हैं। आज के समय में लोग गांव के पास खाद बीज व कृषि सेवा केंद्र की दुकान खोल कर किसानों के हित के लिए कार्य कर रहे हैं। इसके साथ अपना रोजगार भी बढ़ा रहे हैं क्योंकि हम यह दुकान किसी शहरी क्षेत्र में नहीं खोल सकते हैं।
इसके लिए हमें अनाज मंडी, खाद बीज की होलसेल मार्केट या फिर गांव के आसपास की दुकान को खोलना सही होता है। इससे हमारा व्यापार भी अच्छा चलेगा और हमें सही मुनाफा मिल जाएगा। अधिकतर किसान वर्ग के लोग अपनी फसलों के बचाव के लिए शहर में परामर्श लेने के लिए किसान सेवा केंद्र में आते हैं तथा वहां से ही अपनी फसलों की रक्षा के लिए दवाइयां खरीदते हैं। अगर उनको यह सब सुविधा गांव में ही मिल जाएगी तो सभी को बहुत फायदा मिल जाएगा।
आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बिजनेस के आइडिया में कृषि सेवा केंद्र की दुकान का आईडिया (Krushi Seva Kendra Kaise Khole) आपके सामने लेकर आए हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख कृषि सेवा केंद्र कैसे खोले (krishi seva kendra kaise khole) आपको पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह लेख कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स के जरिये हमारे तक पहुंचा सकते है।
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बहुत ही सुन्दर तरीके से समझाया है। हमे बहुत अच्छा लगा ।
l धन्यवाद आपका l