Fish Farming Business in Hindi: स्वास्थ्य लाभ के लिए अक्सर लोग मछली खाना पसंद करते हैं। हालांकि यह एक माँसाहारी भोजन हैं, परन्तु यह स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता हैं। क्या आप जानते हैं कि मछली का बिजनेस कैसे किया जाता हैं?
इसी मत्स्य पालन व्यवसाय को आप अपना एक अच्छा बिजनेस भी बना सकते हैं। मछली पालन का बिजनेस आज के समय में काफी पोपुलर और काफी ज्यादा फैलने वाला बिजनेस हैं। मछली के बिजनेस से आप एक सीजन में लाखों रूपये कमा सकते हैं।
आज हम इस लेख में आपको इसी मछली पालन के बिजनेस के बारे में बतायेंगे कि आप किस प्रकार से मछली पालन का बिजनेस कर सकते हैं और इससे लाखों रूपये कमा सकते हैं। इस बिजनेस के बारे में हमारे इस लेख में पूरी जानकारी मिलने वाली हैं। अर्थात कुल मिलाकर आज का हमारा यह लेख मछली पालन का बिजनेस कैसे शुरू करें? (Fish Farming Business Plan in India) आपके लिए काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होने वाला है और आप इसे अंतिम तक अवश्य पढ़ें।
मछली पालन का बिजनेस कैसे शुरू करें? | How to Start a Fish Farming Business in Hindi
Table of Contents
मछली पालन बिजनेस क्या है?
Fish Farming यानी मछली पालन बिजनेस को काफी जोरों से किया जाता हैं। इस तरह के बिजनेस करने वालों को Fisheries कहा जाता हैं। वर्तमान में मछली न केवल सेवन में स्वादिष्ट होती हैं, वरन यह स्वास्थ्य के लिए अच्छी भी होती हैं।
मछली खाने से शरीर में प्रोटीन की मात्रा की कमी पूरी होती हैं। वैसे देखा जाते तो मछली पालन का काम मछुआरें नदी और समुद्रों से ही करते हैं। लेकिन बावजूद इसके आज मछली का उत्पादन व्यवसायिक तौर पर भी किया जाता हैं।
लाखों कमा कर देने वाला यह बिजनेस कई लम्बे प्रोसेस से गुजरता हैं, जिसके बाद fish farming की खेती व्यवसायिक तौर पर होती है, जिसके बाद इन सभी मछलियों को बाजारों में भेजा जाता हैं ताकि इसे बेचा जा सके।
मछली पालन व्यवसाय के लाभ
देखा जाए तो भारत में मछली पालन के व्यवसाय की शुरुआत करने के ना केवल एक बल्कि इसके कई फायदे हैं। इसमें से सबसे बड़ा फायदा तो यह हैं कि भारत में मछली पसंद करने वाले लोग काफी ज्यादा हैं, उतने ही लोग भारत में खाने वाले हैं। ऐसे ही कुछ और लाभों की सूची यह भी हैं।
- हमारे देश में करीब 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग मछली को पसंद करते हैं यानी मछली को खाने के शोकिन हैं। यह भी एक कारण हैं कि भारत में इस व्यवसाय के फैलने की अपार सम्भावनाएं हैं।
- मछली में प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती हैं, यही कारण हैं कि डॉक्टर भी इसको खाने की सलाह देते हैं।
- भारत में प्राक्रतिक नदी, नाले, समुन्द्र और बाँध कई हैं। ऐसे में इन नदी और बांधों के नजदीक इस व्यवसाय को किया जाता हैं।
- सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि भारत में वातावरण और भारत की जलवायु मछली पालन व्यवसाय के अनुकूल हैं, इसलिए इसमें जोखिम की संभावना काफी काम हैं।
- मछली व्यवसाय को सफल बनाने के लिए सबसे जरुरी हैं, उच्च कोटि की नस्ल वाली मछली का चुनाव करना। ऐसे में भारत में कई प्रकार की जाति और उपजाति की नस्ल वाली मछली पाई जाती हैं, जिसमें से किसी एक का चुनाव करना काफी आसान हो जाता हैं।
- जो लोग नौकरी कर रहे हैं वो भी इस प्रकार के बिजनेस को कर सकते हैं, क्योंकि इस बिजनेस को किसी भी काम के साथ किया जा सकता हैं।
- यह बिजनेस कृषि से जुड़ा हुआ हैं, ऐसे में भारत में कृषि बिजनेस से सम्बंधित कई योजनायें हैं, जिनका किसान लाभ भी ले सकता हैं।
अच्छी किस्म का चयन कैसे करें?
मछली की अच्छी किस्म का चयन करते समय इन सभी बातों का ख्याल रखे:
- ऐसी मछली की नस्ल का चयन करें जो तालाब और कुंड के वातावरण के अनुसार ढल सके।
- मछली की नस्ल ऐसी हो, जिसकी मांग सबसे ज्यादा हो।
- तालाब में रहने वाली मछली अच्छे से अपने जीवन को वहन कर सके।
- मछली की जिस नस्ल का आप चुनाव करें उसकी बाज़ार में मांग ज्यादा हो।
मछली पालन कैसे करें? (Machli Palan Kaise Kare)
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आप किस तरह से मछली पालन का बिजनेस कर सकते हैं तो आपको इसके लिए यह जरुरी चीज़ों को करना होता हैं। देखने में तो यह काम बहुत ही आसान लगता हैं परन्तु सच्चाई तो यह हैं कि इसमें काफी समय लगता हैं।
इसमें शुरुआत से लेकर अंतिम तक कई कठिनाइयां आती हैं और काफी चैलेंज भी आते हैं। मछली पालन के काम को शुरू करने से पहले आपको कई प्रकार के शोध करने होते हैं कि किस किस्म की खेती आपको करनी चाहिए और किसकी नहीं।
मछली पालन के लिए अगर आपको किसी भी प्रकार के प्रशिक्षण की आवश्यकता हैं तो इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाता हैं।
मछली के लिए तालाब बनाना
मछली पालन करने के लिए सबसे ज्यादा जरुरत होती हैं तालाब की। ऐसे में आपको भी अपने लिए एक तालाब बनवाना होता हैं। तालाब बनाने के लिए आप अपने पास किसी ऐसे खेत का इस्तेमाल करें जो आपके फार्मिंग हाउस यानी स्टोरेज कक्ष के पास हो।
अगर आप किसी एक मौसम में इस व्यवसाय को करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जरूरत होती हैं एक मौसमी तालाब की और अगर आप हर सीजन में इसकी खेती करना चाहते हैं तो उसके लिए आप जैविक तालाब बना सकते हैं, जिसमें पानी और ऑक्सीजन की मात्रा अधिक हो।
तालाब बनाते समय और उसमें पानी भरते समय तालाब का निरिक्षण भी कर लें कि कहीं उसमें रिसाव तो नहीं हो रहा। इसके अलावा आपको हर 2-3 दिन में तालाब का निरिक्षण भी करना चाहिए।
मछली की नस्ल का चयन करे?
तालाब बनने कर तैयार होने के बाद अब जरुरत हैं मछली की अच्छी नस्ल की। वर्तमान में कौनसी नस्ल की मछली ज्यादा चर्चा में हैं और कौनसी नस्ल अच्छी फसल देती हैं। उस मछली की नस्ल का चयन करते समय आपको इस बात का ख्याल जरुर करना चाहिए जो कि आपके आसपास के वातावरण में वह मछली आसानी से रह सके और फलफूल सके।
नस्ल का चुनाव करते समय लापरवाही न बरते और पूरे शोध के बाद ही नस्ल का चुनाव करें। वैसे सामन्य तौर पर उद्धमी उस प्रकार की नस्ल का चुनाव करते हैं जो उस एरिया के आसपास पाई जाती हो और उस नस्ल के लिए वातारण में प्राकृतिक सुविधाएँ उपलब्ध हो। जिस भी नस्ल का आप चुनाव करें, उसके बीज पानी में इस तरह से फैला दे और फिर आगे की सुविधाओं का ख्याल करें।
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मछलियों के लिए खाना
मछली के बीज को पानी में डालने के कुछ ही दिन बाद यानी 3 से 4 दिन बाद उनको अच्छी क्वालिटी और पौष्टिक खाना देने की जरूरत रहती है। मछली को मिलने वाला खाना अगर गुणवत्ता युक्त हो तो उससे मछलियों की नस्ल जल्दी से वृदि करती हैं।
मछलिओं को पानी के अंदर हर दिन अच्छा खाना और पोष्टिक खाना देना जरुरी होता हैं। मछलिओं के विकास में सबसे अच्छा रोल निभाना वाला होता हैं उनका खाना।
मछली को तालाब से बाहर कब निकाले?
मछली को तालाब से बाहर निकालने का सबसे अच्छा समय तब आता हैं जब वह पूरी तरीके से बन कर तैयार हो जाती हैं। इसके लिए आपको यह सबसे ज्यादा ध्यान रखना होता हैं कि जब वो मछली 1 किलों से 1.5 किलों के मध्य हो जाए, उसके बाद आप मछली को तालाब से निकाल सकते हैं और उसे बाज़ार में बेचने के लिए भेज सकते हैं।
मछलीओं की देखभाल और प्रबंधन
मछली फार्मिंग में मछलियों का प्रबंधन करना और उनकी देखभाल करना सबसे ज्यादा जरुरी हैं। यह इसलिए जरुरी हैं क्योंकि मछली के जन्म से लेकर उसके बाज़ार में पहुँचने तक काफी लम्बा वक़्त लगता हैं।
इस समय के दोहरान आपको इस बात की भी जानकारी रखनी जरुरी हैं कि उन सभी मछलियों में से कोई बीमार तो नहीं या कोई मर तो नहीं गई।
बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करें?
मछली पालन व्यवसाय (Machli Palan Business) हो या कोई और किसी भी व्यापार की बढाने के लिए उस बिजनेस की मार्केटिंग करना सबसे ज्यादा जरुरी हैं। अपने इस बिजनेस को ऐसी जगह पर प्रमोट करें, जहा पर मांग ज्यादा हो और उसकी पूर्ति कम हो रही हो। ऐसी जगहों पर आपके बिजनेस के बढ़ने के चांस सबसे ज्यादा होते हैं। देश के अलावा देश के बाहर भी मछली की मांग बढती जा रही हैं। ऐसे में आपको इसे अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रमोट करना चाहिए।
मछली पालन में कितना फायदा है?
एक सीजन में यह उस पर निर्भर करता हैं कि आप कितनी मात्रा में बीज का उत्पादन करते हैं, कितनी संख्या में मछली की पैदावार होती हैं। अच्छे स्तर का व्यव्साय एक सीजन में कम से कम 1 से 2 लाख के बीच कमा सकता हैं। वहीँ मध्यम स्तर के व्यापार में 50 हजार से अधिक कमा सकते हैं।
FAQ
मछली का व्यापार आप किसी भी सीजन में कर सकते हैं।
मछली व्यापार में सबसे ज्यादा जरुरी हैं एक अच्छे तालाब की जिसमें ज्यादा से ज्यादा मछली का उत्पादन हो सके।
तालाब में जब मछली 1 से 1.5 किलों के मध्य हो जाए तब उसको तालाब में निकाल कर मार्केट में भेज सकते हैं।
मछली की किस्म का चयन करते समय ध्यान रहे कि वो तालाब के वातावरण में आसानी से रह सके।
मछली के एक सीजन से आप करीब 50 हजार से 2 लाख रुपयों तक कमा सकते हैं।
तालाब में डालने के बाद मछली को तैयार होने में 25 दिन का समय लगता है।
निष्कर्ष
सरल भाषा में लिखे इस लेख में हमने आपको मछली पालन का व्यापार कैसे शुरू करें (Fish Farming Business in Hindi) के बारे में बताया गया हैं। उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। ऐसे ही और बेस्ट बिसनेस आइडियाज के लिए हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित अन्य लेख जरूर पढ़े।
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