भारत एक आस्था और संस्कृति वाला देश है। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जिसके अंतर्गत सबसे ज्यादा भगवानों की पूजा की जाती है और भारत में इन्हीं पूजा को करने के लिए अगरबत्ती, धूप, दीया, बाती इत्यादि चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
भारत के लोगों की इन जरूरतों को समझते हुए आज के समय में ऐसी बहुत सारी कंपनियां मौजूद है, जो कि अलग-अलग तरह की अगरबत्ती बनाने का काम करती है। यदि आप भी अगरबत्ती बनाने का बिजनेस (Agarbatti Business in Hindi) शुरू करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े।
इस लेख में अगरबत्ती उद्योग की जानकारी दे रहे हैं, जिसमें घर बैठे अगरबत्ती का बिजनेस कैसे करें?, अगरबत्ती कच्चा माल का रेट, अगरबत्ती बनाने में मुनाफा, अगरबत्ती मार्केटिंग आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
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अगरबत्ती बनाने के बिजनेस का भारत में स्कोप
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले आप निश्चित ही उसकी स्कोप के बारे में जानना चाहेंगे कि आखिर जिस प्रोडक्ट का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, बाजार में उस प्रोडक्ट की मांग कितनी है और कब तक रहने वाली है।
भारत एक धार्मिक देश है, जहां के लोग पूजा पाठ में बहुत विश्वास करते हैं। हर घर में लोग पूजा पाठ करते हैं और भारत के हर घर में अगरबत्ती का इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही भारत में हर एक शहर में लाखो हजारों मंदिर है और मंदिरों में बहुत ही ज्यादा मात्रा में अगरबत्ती का प्रयोग होता है।
इसके अतिरिक्त बहुत से लोग अपने घर को शुद्ध रखने के लिए भी अगरबत्ती का प्रयोग करते हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि अगरबत्ती का बिजनेस बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है, जो साल भर चलता है हमेशा अगरबत्ती की बिक्री होती है। भारत में ही नहीं बल्कि श्रीलंका, बर्मा जैसे अन्य देशों में भी भारतीय समुदाय के लोगों के द्वारा अगरबत्ती का प्रयोग किया जाता है। इस तरीके से साल भर इसकी मांग बाजार में रहती है। त्योहारों के समय अगरबत्ती की मांग और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
अगरबत्ती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (Agarbatti Ka Business Kaise Kare)
अगरबत्ती बनाने का बिजनेस (Agarbatti ka Business) शुरू करना बहुत ही आसान होता है। यह एक ऐसा बिजनेस है, जो कि बहुत ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है। परंतु किसी भी बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सूझबूझ, समझदारी, ज्ञान व तजुर्बे की आवश्यकता होती है।
बिना जानकारी के किसी भी बिजनेस को करना घाटे का सौदा साबित हो सकता है। इसीलिए अगरबत्ती बनाने के बिजनेस (Agarbatti Manufacturing) को शुरू करने से पहले भी इससे जुड़ी हुई सभी प्रकार की जानकारी को प्राप्त कर लेना अति आवश्यक होता है।
अगरबत्ती के प्रकार
वैसे तो भारत में अगरबत्ती बहुत प्रकार के पाए जाते हैं, जिन्हें खरीदकर लोग अपने घरों में पूजा के लिए इस्तेमाल करते हैं। परंतु इन अगरबत्ती को भी मुख्यता तीन रूप में बांटा गया है।
- इनडायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती
- डायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती
- ब्रांड के आधार पर
इनडायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती
इनडायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती जलाने के आधार पर ही अगरबत्ती का एक प्रकार होता है। इस अगरबत्ती का इस्तेमाल करने के लिए एक उपले के साथ-साथ कोयला और लोबान नाम के एक पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है। इस अगरबत्ती को आप केवल एक उपले के मदद से भी जला सकते हैं। जब यह अगरबत्ती जलती है तो काफी ज्यादा धूवां होता है और इस अगरबत्ती की सुगंध पूरे वातावरण में फैल जाती है।
डायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती
डायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती के बारे में तो आप सब जानते ही है। यह वह अगरबत्ती होती है, जिसे आमतौर पर लोग अपने घरों में इस्तेमाल करते हैं। इस अगरबत्ती का इस्तेमाल आज के समय में लगभग हर कोई करता है। इस अगरबत्ती को आग के माध्यम से केवल एक बार ही जलाया जाता है और फिर यह अगरबत्ती कई घंटों तक जलती रहती है और पूरे वातावरण को सुगंधित करती है। इसीलिए इस अगरबत्ती को डायरेक्ट बर्निंग अगरबत्ती के नाम से जाना जाता है।
ब्रांड के आधार पर
आज के समय में भारत में अगरबत्ती के कितने सारे ब्रांड मौजूद हैं, जो कि अलग-अलग तरह की अगरबत्तियां बनाने का कार्य (Agarbatti Making Business) करती हैं, जिनमें से कुछ मशहूर ब्रांड के बारे में आप सब जानते ही हैं जैसे कि साइकिल प्योर अगरबत्ती, मोक्ष अगरबत्ती, मंगलदीप अगरबत्ती, पतंजलि अगरबत्ती इत्यादि और भी मशहूर ब्रांड इंडिया में मौजूद हैं।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए मार्केट रिसर्च
यदि आप अगरबत्ती का बिजनेस (Agarbatti Business) शुरू करना चाहते हैं तो आपको इसकी शुरुआत करने से पहले इससे जुड़ी हुई हर संभव प्रकार के मार्केट रिसर्च करने की आवश्यकता होगी।
मार्केट रिसर्च के अंतर्गत आपको कुछ बातों के बारे में जानना बहुत ही जरूरी होता है जैसे कि इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कितनी लागत लग सकती है?, इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए कैसी जगह का चयन करना चाहिए?, आप जिस जगह पर अपने बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं।
उस जगह पर पहले से कोई और अगरबत्ती की दुकाने मौजूद है या नहीं?, बिजनेस को सफल बनाने के लिए कैसे तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए?, अपने बिजनेस की मार्केट रिसर्च कैसे करना है? इत्यादि बातों के साथ-साथ आपको अपने लोकल मार्केट में अगरबत्ती की रिक्वायरमेंट को भी समझना होगा। अपने बिजनेस को सफल और फायदेमंद बनाने के लिए इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखना अति आवश्यक होता है।
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अगरबत्ती कच्चा माल का रेट और कहां से खरीदें?
अगरबत्ती बनाने के लिए बहुत सारे कच्चे माल का उपयोग किया जाता है। तो चलिए अगरबत्ती को बनाने मे लगने वाली कच्चे माल और अगरबत्ती बनाने का मटेरियल की सामग्रियां, उसकी मात्रा और उसके बाजार मूल्य को विस्तार से जानते हैं:
- गम पाउडर: एक किलोग्राम की कीमत लगभग 22 रुपए।
- चारकोल पाउडर: एक किलोग्राम की कीमत 13 रुपए।
- बांस की पतली लकड़ियां: एक किलोग्राम की कीमत लगभग 116 रुपए।
- नरगिस या जिगता पाउडर: एक किलोग्राम की कीमत लगभग 60 रुपए।
- खुशबूदार तेल: 1 लीटर की कीमत लगभग ₹135 के आसपास।
- सेंट: एक पीस की कीमत लगभग 400 रुपए।
- चंदन की लकड़ियां या पाउडर: एक किलोग्राम की कीमत लगभग 35 रुपए।
- फूलों की पंखुड़ियां: 1 किलो की कीमत लगभग ₹100 के आस पास।
- पेपर बॉक्स: एक दर्जन की कीमत लगभग 75 रुपए।
- रैपिंग पेपर: एक पैकेट की कीमत 35 रुपए।
- कुप्पम पाउडर: एक किलोग्राम की कीमत लगभग ₹85।
कुल मिलाकर कच्चे मालों में लगने वाली कीमत आपके द्वारा मंगाई गई कच्चे माल की क्वांटिटी पर निर्भर करता है। आप जितना अमाउंट में कच्चे माल की खरीदी करेंगे, आपको उतना ही पैसा लगेगा। आपको अगरबत्ती मे लगने वाले कच्चे माल की खरीदी करने के लिए मार्केट के एक अच्छे सप्लायर की जरूरत पड़ेगी। एक अच्छे सप्लायर की लिस्ट निकालने के लिए आप किसी भी अगरबत्ती फैक्ट्री में जाकर पता कर सकते हैं।
वैसे तो आपको अगरबत्ती में लगने वाले कच्चे माल किसी भी मार्केट में मिल जाएंगे, परंतु आपको सभी कच्चे मालों को इकट्ठा खरीदने के लिए अच्छे सप्लायर की आवश्यकता पड़ेगी और आपको सप्लायर से हमेशा कच्चे माल को थोड़ा ज्यादा क्वांटिटी में मंगाना होगा क्योंकि इसका कुछ हिस्सा वेस्टेज में भी जाता है।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए मशीन और उपकरणों की कीमत
अगरबत्ती को बनाने के लिए कई तरह के मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, अगरबत्ती बनाने की मशीन में से कुछ मशीन है मिक्सचर मशीन, ड्रायर मशीन और मेन प्रोडक्शन मशीन शामिल है।
मिक्सचर मशीन का इस्तेमाल कच्चे मालों का पेस्ट बनाने के लिए किया जाता है और मेन प्रोडक्शन मशीन का इस्तेमाल कच्चे माल के पेस्ट को बांस की पतली लकड़ियों पर लपेटने के लिए किया जाता है। ड्रायर मशीन का इस्तेमाल अगरबत्ती को ड्राई करने के लिए किया जाता है।
भारत में अगरबत्ती बनाने वाली मशीनों की कीमत 35000 रुपए से 175000 रुपए तक की हो सकती है। आप अगरबत्ती के प्रोडक्शन के लिए कम दाम वाली मशीन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। परंतु इस मशीन की मदद से अगरबत्ती का प्रोडक्शन बहुत ही कम होता है। इसलिए आपको आटोमेटिक अगरबत्ती प्रोडक्शन वाली मशीन का ही इस्तेमाल करना चाहिए और इनकी कीमत 90000 रुपए से 175000 रुपए तक की होती है।
आपको अपने बिजनेस कि शुरुआत ऑटोमेटिक मशीन की मदद से ही स्टार्ट करनी चाहिए। क्योंकि यह मशीन बहुत ही तेजी से अगरबत्ती बनाने का कार्य करता हैं। अगर आप ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल करते हैं तो आप 1 मिनट में 150 से 200 अगरबत्ती तक का निर्माण कर सकते हैं और 1 दिन में 100kg अगरबत्ती तक का निर्माण कर सकते हैं।
अगरबत्ती बनाने की मशीन कहां से खरीदें?
आपको इस ऑटोमेटिक अगरबत्ती प्रोडक्शन मशीन को खरीदने के लिए एक अच्छे सप्लायर के साथ डिल करनी होगी और इंस्टॉलेशन भी करवाना होगा। आपको एक अच्छे सप्लायर की जानकारी किसी भी बड़े अगरबत्ती फैक्ट्री की मदद से मिल जाएगी।
अगरबत्ती के मसाले को बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले पदार्थ
सुगंधित अगरबत्ती का मसाला बनाने के लिए आपको नीचे दिए गए निम्नलिखित पदार्थों का उपयोग करना पड़ेगा।
- बेंजिन एसिटेट
- चंदन का तेल
- बेंजिन अल्कोहल
- लिनासूस
- लिनालिल एसिटेट
- अल्का एमाइल एल्डिहाइड
- इंडोल
इन सभी पदार्थों को चारकोल और सफेद चंदन के चूर्ण के साथ में मिलाना होगा।
अगरबत्ती बनाने की प्रक्रिया
अगरबत्ती बनाने के लिए नीचे दिए गए निर्णय की प्रक्रिया को आप फॉलो कर सकते हैं।
अगरबत्ती बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। अगरबत्ती को आप अपने घर पर भी बना सकते हैं। अगरबत्ती बनाने के लिए ज्यादा इनवेस्टमेंट की भी जरूरत नहीं होती है।
अगरबत्ती बनाने के लिए सबसे पहले आपको कच्चा माल जैसे: लकड़ी, सफेद चंदन, लकड़ी का कोयला, गूगल धूप लाल इत्यादि पदार्थ बाजार से खरीदने होंगे। अब आपको लकड़ी का कोयला अच्छी तरह से पीस लेना है।
उसके पश्चात गूगल धूप को पानी में भिगोकर उसकी लेई बना लेनी है। अब आपको लकड़ी का पिसा हुआ कोयला, सफेद चंदन को भी पीसकर चूर्ण बना लें और इनको मिला लें। अभी मसाले में आपको राल भी मिला देना। जब यह मिश्रण तैयार हो जाता है तो इस मिश्रण में गूगल धूप जिसे आपने पानी में भिगोकर रखा था, उसको पानी समेत इस मिश्रण में मिला लें और इसकी लेई बना लें।
इसको आटे की तरफ गुथ कर अच्छी तरह से मिक्स कर दें। जब आपका मसाला तैयार हो जाता है तो उसके पश्चात आपको इन मसालों को तिल्ली पर लगाना होता है। तिल्ली पर मसाला चलाने की अलग-अलग तरीके हैं।
आप अपने हाथों के माध्यम से भी मसाले को तिल्ली पर चढ़ा सकते हैं या फिर मशीन का भी उपयोग कर सकते हैं। जब आप तिल्ली पर मसाला चढ़ा देते हैं, उसके पश्चात इन तिल्ली को सुखाना होगा। सूखने के पश्चात आपकी अगरबत्ती बनकर तैयार हो जाएगी। फिर इन अगरबतीं को आप पैकेट में डालकर पैक कर सकते हैं।
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अगरबत्ती को सुखाने के लिए मशीन
अगरबत्ती जब बन जाता है तो उसे सुखाने के लिए धूप में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। अगरबत्ती को सुखाने के लिए उसे छाया में रखना चाहिए या फिर सुखाने वाली मशीन का प्रयोग करना चाहिए और हर एक अगरबत्ती स्टिक को सूखने के लिए अलग-अलग रखना चाहिए ताकि वह आपस में चिपके ना।
वैसे यदि आप अगरबत्ती सुखाने वाली मशीन का प्रयोग करते हैं तो 8 घंटे में आप 160 किलोग्राम अगरबत्ती को सुखा सकते हैं, इससे कम समय में अधिक उत्पादन होता है। हालांकि आपका बजट अच्छा खासा है तो आप इस मशीन को खरीद सकते हैं। लगभग 25,000 से 30,000 के रेंज में यह मशीन आ जाती है।
अगरबत्ती को खुशबूदार बनाने की प्रक्रिया
बाजार में जो अगरबत्ती मिलती है आपने देखा होगा कि तरह-तरह के ब्रांड वाली अगरबत्ती में तरह-तरह की खुशबू मिली होती है। अगरबत्ती में खुशबू लाने के लिए परफ्यूम और एक केमिकल का प्रयोग किया जाता है। उस केमिकल का नाम डाईथ्य्ल फ्थालाटे है, जिसको संक्षिप्त में डीइपी कहा जाता है।
अगरबत्ती बनाने के बाद सूख जाती है तब इस केमिकल और सुगंधित परफ्यूम के 4 : 1 के अनुपात में अर्थात 4 लीटर डीइपी में 1 लीटर परफ्यूम मिलाकर अगरबत्ती को इसमें डुबोना होता है। उसके बाद दुबारा अगरबत्ती को सुखा दिया जाता है। इस तरह अगरबत्ती में सुगंध आ जाती है।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए लोकेशन
किसी भी बिजनेस की सफलता और असफलता उसके लोकेशन पर भी निर्भर करता है। इसीलिए बिजनेस की शुरुआत करने से पहले एक अच्छी लोकेशन का चयन करना चाहिए। ठीक इसी तरह यदि आप एक अगरबत्ती का बिजनेस (Agarbatti Business in Hindi) करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक अच्छे लोकेशन का चयन करना चाहिए।
यदि आप अपने बिजनेस की शुरुआत एक छोटे स्तर से करना चाहते हैं तो आप इस बिजनेस को अपने घर के माध्यम से भी कर सकते हैं। परंतु यदि आप अपने बिजनेस की शुरुआत एक बड़े स्तर से करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए कम से कम 1000 स्क्वायर फीट की जमीन की आवश्यकता पड़ेगी।
आपको अपने अगरबत्ती की फैक्ट्री खोलने के लिए एक ऐसी जगह का चयन करना चाहिए, जहां पर ट्रांसपोर्ट जैसी इत्यादि सुविधाएं मौजूद हो और तो और आपको इस बिजनेस की शुरुआत किसी भीड़भाड़ वाले इलाके से करनी चाहिए।
भीड़भाड़ वाले इलाके कहने का मतलब यह है कि आप इसकी शुरुआत किसी भी मार्केट एरिया से कर सकते हैं या फिर आप किसी भी मंदिर के आसपास कर सकते हैं। क्योंकि अगरबत्ती जैसे चीजों का इस्तेमाल पूजा-पाठ के लिए हि किया जाता है तो आपके बिजनेस की शुरुआत एक मंदिर के पास करना ज्यादा बेहतर और फायदेमंद साबित हो सकता है।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन
यदि आप इस बिजनेस कि शुरूआत एक छोटे स्तर से कर रहे हैं तो आपको इसके अंतर्गत किसी भी तरह के लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। परंतु यदि आप इस बिजनेस कि शुरुआत एक बड़े स्तर से करना चाहते हैं तो आपको इससे पहले कुछ जरूरी दस्तावेजों से जुड़ी हुई कानूनी कार्यवाही करवानी पड़ेगी, जिनमें शामिल है:
- सबसे पहले आपको अपने कंपनी के साइज के अनुसार आरोसी में व्यवसाय को पंजीकृत करवाना होगा। ऐसा करने से आपको आगे की कागजी कार्यवाही में मदद मिलेगा।
- उसके बाद आपको अपने लाइसेंस के लिए स्थानीय प्राधिकारी के पास आवेदन देना होगा।
- उसके बाद आपको स्थानीय प्राधिकारी के पास से पैन कार्ड प्राप्त करना होगा और एक बैंक अकाउंट भी खोलना होगा।
- आपको वैट रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवेदन करना होगा और अपने कंपनी के ब्रांड के नाम को सुरक्षित रखने के लिए व्यापार के चिन्ह को पंजीकृत कराना होगा।
- अंत में आपको अपने विनिर्माण यूनिटी के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी प्राप्त करना होगा और फिर सारी कागजी कार्यवाही करने के बाद आपको अपने फैक्ट्री को चलाने के लिए लाइसेंस दे दिया जाएगा।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए स्टाफ
अगरबत्ती के बिजनेस को चलाना एक अकेले आदमी के बस की बात नहीं है। इस बिजनेस को चलाने के लिए एक पूरे कुशल स्टाफ की आवश्यकता पड़ती है। स्टाफ किसी एक व्यक्ति को नहीं कहा जाता बल्कि यह कुशल व्यक्तियों की एक टीम होती है, जोकि बिजनेस को सफल बनाने में सहयोग देते हैं।
अगरबत्ती के बिजनेस के अंतर्गत आपको अगरबत्ती बनाने से लेकर उसकी पैकेजिंग करने तक के लिए एक स्टाफ की आवश्यकता पड़ेगी और आप अपने बिजनेस को मैनेज करने के लिए एक मैनेजर भी रख सकते हैं।
अगरबत्ती बिजनेस के लिए पैकेजिंग
किसी भी चीज को खरीदने से पहले कस्टमर उसकी पैकेजिंग को देखते हैं। ठीक इसी तरह यदि अगरबत्ती की पैकेजिंग अच्छी व आकर्षक हो तो कस्टमर को आपके द्वारा बनाया गया प्रोडक्ट पहली नजर में ही पसंद आ जाएगा। इसीलिए आपको अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देना होगा।
यदि आप अपने अगरबत्ती के बिजनेस की शुरुआत एक छोटे स्तर से कर रहे हैं तो आप अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग अपने स्टाफ की मदद से हाथों से कर सकते हैं। परंतु यदि आप अपने बिजनेस को बड़े स्तर से शुरू कर रहे हैं तो आपको अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग करने के लिए मशीन की आवश्यकता पड़ेगी।
अगरबत्ती की पैकेजिंग करने से पहले उसे गिनती करके प्लास्टिक के पाउच में भरा जाता है और फिर कंपनी का नाम या लोगो लगा हुआ रंगीन प्लास्टिक या डिजाइनर कार्डबोर्ड के डब्बे में भरा जाता है।
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अगरबत्ती के बिजनेस के लिए लागत
यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत घरेलू स्तर से कर रहे हैं तो आपको इस बिजनेस के अंतर्गत कुल लागत 13000 रुपए के आसपास की लगेगी। क्योंकि घरेलू स्तर के अंतर्गत आपको मशीनों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, इसीलिए घरेलू स्तर से बिजनेस की शुरुआत करने में मशीनों में लगाए जाने वाले पैसे की बचत होती है। परंतु घरेलू स्तर पर इस बिजनेस में ज्यादा मुनाफा नहीं होता है।
यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत किसी बड़े स्तर के माध्यम से करना चाहते हैं तो आपको 500000 रुपए तक की लागत लग सकती है। क्योंकि बड़े स्तर पर किए जाने वाले बिजनेस के अंतर्गत आपको अगरबत्ती बनाने के लिए अलग-अलग तरह की मशीनों और स्टाफ मेंबर की आवश्यकता पड़ेगी और इसके साथ ही साथ आपको कच्चे माल की सामग्री, बिजली का बिल, जमीन का किराया, स्टाफ मेंबर्स को पेमेंट इत्यादि के लिए भी खर्चा लगेगा।
अगरबत्ती बनाने में मुनाफा
अगरबत्ती के बिजनेस में भी काफी ज्यादा मुनाफा होने का चांसेस होता है। इसलिए यदि आप लोगों की इस जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने अगरबत्ती की प्रोडक्शन अच्छी तरीके से करते हैं तो आप हर महीने 30000 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। जैसे-जैसे आप अपने अगरबत्ती के प्रोडक्शन की मात्रा बढ़ाते जाएंगे वैसे-वैसे आप को इस बिजनेस में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो सकता है।
अगरबत्ती के बिजनेस के लिए मार्केटिंग
आज का समय आधुनिक व डिजिटल बन गया है तो आप अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने के लिए इसी आधुनिकता का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे बहुत सारे सोशल मीडिया एप और एप्लीकेशन मौजूद हैं, जिसके अंतर्गत आप अपने प्रोडक्ट की ऐड करके मार्केटिंग कर सकते हैं। बजट ज्यादा हो तो आप किसी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर की मदद से अपने अगरबत्ती के ब्रांड का प्रचार प्रसार करवा सकते हैं।
इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप पर भी आप अपने बिजनेस की जानकारी लोगों में शेयर कर सकते हैं और उसके साथ ही साथ आप अपने प्रोडक्ट के बारे में अखबार, बैनर, पोस्टर इत्यादि में छपवा कर भी मार्केटिंग कर सकते हैं।
रेडियो या टेलीविजन में भी एडवर्टाइज में दिलवा सकते हैं और इस तरह से आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दे सकते हैं, जो कि आपके बिजनेस के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
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