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गोबर गैस प्लांट कैसे लगाए?, पूरी जानकारी

Gobar Gas Plant Kaise Lagaye: पहले के समय में गैस नहीं हुआ करती थी तब खाना बनाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल होता था। लकड़ी का इस्तेमाल करके चूल्हे से खाना बनाया जाता था। हालांकि आधुनिक समय में गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। पर सरकार के द्वारा अक्सर दाम घटाए और बढ़ाएं जाते हैं, जिसकी वजह से सभी लोग गैस सिलेंडर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।

Gobar Gas Plant Kaise Lagaye
Image: Gobar Gas Plant Kaise Lagaye

ऐसे में अगर आप गोबर गैस प्लांट लगाते हैं तो आप उस पर भोजन बना सकते हैं और अन्य काम भी किए जा सकते हैं। आज इस आर्टिकल में आपको गोबर गैस प्लांट शुरू करके पैसे कैसे कमाए इस बारे में पूरी जानकारी देंगे। यह बिजनेस बहुत ही फायदेमंद है।

गोबर गैस प्लांट कैसे लगाए?, पूरी जानकारी | Gobar Gas Plant Kaise Lagaye

Table of Contents

गोबर गैस प्लांट के लिए जरूरी सामग्री

  • ईट
  • सीमेंट
  • बजरी
  • रेत
  • पाइप
  • काला पेंट
  • गैस पाइप और बर्नर

गोबर गैस प्लांट के लिए जरूरी उपकरण और मशीनें

गोबर गैस प्लांट को चलाने के लिए आवश्यक मशीन और उपकरण की जरूरत पड़ती है, जो कि निम्नलिखित है:

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  • रोड वेइब्रिज फ़ॉर वेट
  • स्लरी प्रिपरेशन टैंक
  • रूफ टॉप एंड फोर सबमर्सिबल agitator
  • Agitator एंड पम्पस
  • फील्ड हैंड टूल्स
  • प्रेशर रेगुलेटर
  • प्यूरिफिकेशन सिस्टम
  • मेम्ब्रेन कंप्रेशर
  • रिसीवर
  • गैस स्टोव टैंक
  • ओवर फ्लो टैंक
  • डिगेस्टर ऑफ डबल मेम्ब्रेन

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कहां से खरीदें?

इन मशीनों को आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से खरीद सकते हैं। यह आपको लोकल मार्केट और बड़ी होलसेल मार्केट दोनों ही जगह उपलब्ध हो जाएगी और आप ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए जैसे कि इंडियामार्ट के द्वारा भी खरीद सकते हैं।

प्लांट को सेट अप करना

इस प्लांट को सेट अप करने के लिए फर्नीचर, बिजली कनेक्शन, ऑफिस, मशीन वायरिंग और भी कई अन्य चीजों का इस्तेमाल करना होगा और उनका सेटअप करना होगा। इसी के बाद इस प्लांट को स्टार्ट कर आ जाता है।

गोबर गैस प्लांट के लिए जगह का चयन

गोबर गैस प्लांट लगाने के लिए आपको ऐसी जगह का चयन करना होगा, जहां पर गाय, भैंस ज्यादा हो। इसी के साथ अन्य सड़ी-गली चीजों की भी आवश्यकता पड़ेगी। परंतु सबसे ज्यादा जरूरत गोबर की पड़ती है।

इसीलिए इस प्लांट को किसी गाय और भैंस के तबेले के आसपास चालू करना चाहिए। इसी के साथ अगर आप प्लांट को दूर शुरू करते हैं तो इसके लिए आपको अतिरिक्त खर्चे की आवश्यकता पड़ेगी।

गोबर गैस प्लांट के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए लाइसेंस बहुत ही जरूरी होता है, बिना लाइसेंस इसे चालू करना कानून के विरुद्ध होता है।

  • इस प्लांट को शुरू करने के लिए उद्योग रजिस्ट्रेशन बहुत ही जरूरी होता है।
  • इस प्लांट को शुरू करने के लिए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट भी लेना पड़ता है।
  • इसी के साथ इस प्लांट को शुरू करने के लिए आपके पास जमीन के सारे डॉक्यूमेंट और कमर्शियल बिजली का कनेक्शन और उसके डॉक्यूमेंट भी होना जरूरी है।

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गोबर गैस प्लांट के लिए बिजली की आवश्यकता

इस प्लांट को शुरू करने के लिए बिजली कनेक्शन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। क्योंकि इसमें जितनी भी मशीनें काम आती है, वह सब बिजली के द्वारा ही चलती हैं।

इसीलिए आपको कमर्शियल बिजली कनेक्शन अवश्य लेना पड़ेगा। कमर्शियल बिजली कनेक्शन के जरिए लाइट की खपत कम होती है और बिल भी कम आता है।

गोबर गैस प्लांट के लिए कुल लागत

इस प्लांट में कितनी लागत लगेगी यह बात आप पर निर्भर करती है। क्योंकि आप जितने साइज का प्लांट लगाएंगे, उसी आधार पर इन्वेस्टमेंट करनी पड़ेगी। छोटे प्लांट के लिए कम इन्वेस्टमेंट होगी तो बड़ा प्लांट लगाने के लिए ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरूरत होती है।

अगर आप छोटा प्लांट शुरू करते हैं तो इसके लिए ₹10000 तक का खर्च आता है। इसी के साथ बड़ा शुरू करने के लिए कम से कम ₹50000 से लेकर ₹100000 तक का खर्च होता है। इसी के साथ रॉ मेटेरियल कितने का है, इस कीमत पर भी निर्भर करता है कि आपको कितना इन्वेस्टमेंट करना पड़ेगा।

गोबर गैस प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी

सरकार के द्वारा गोबर गैस पर अनुदान दिया जाता है मतलब सब्सिडी दी जाती है। यह सब्सिडी लगभग 60% तक की होती है। सरकार के द्वारा इस प्लांट को चालू करने के लिए 60 प्रतिशत सब्सिडी व्यक्ति को दी जाती है बाकी का 40% खर्चा उस व्यक्ति को खुद भरना होता है।

यह प्लांट किस प्रकार काम करता है?

  • जब प्लांट अच्छी तरह से बनकर तैयार हो जाता है तब उसके अंदर गाय या भैंस का गोबर डाला जाता है, इसके पश्चात पानी डाला जाता है।
  • जितनी अधिक मात्रा में गाय और भैंस का गोबर डाला जायेगा, उतनी ही मात्रा में पानी डाला जाता है।
  • पानी साफ सुथरा भी डाला जा सकता है और गंदे पानी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
  • इसके पश्चात जो गैस निकलने वाली पाइप होती है, उसका मुंह बंद कर दिया जाता है और 10 से 15 दिन तक ऐसे ही छोड़ा जाता है।
  • इसके पश्चात गैस तैयार हो जाती है।
  • फिर जितनी गैस की आवश्यकता हो, उतनी ही गैस का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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गोबर प्लांट से बिजली किस प्रकार बनाई जाती है?

  • इसके लिए सबसे पहले गोबर को रोड वे ब्रिज का इस्तेमाल करके तोला जाता है। वजन चेक करने के बाद प्रोडक्शन के हिसाब से उतना ही गोबर इस्तेमाल किया जाता है।
  • इसके पश्चात गोबर को गोबर गैस प्लांट के टैंक में पानी और घोल के साथ अच्छी तरह मिलाया जाता है।
  • इस प्लांट में बने हुए गड्ढे से पहले ही एजिटेटर और मोटर लगी हुई होती है और मोटर की मदद से slury तक डिजास्टर में भेजा जाता है।
  • उस डिजास्टर में चार सबमर्सिबल एजिटेटर लगे हुए होते हैं, जिसका इस्तेमाल अधिक से अधिक गोबर गैस प्रोडक्शन के लिए होता है। इसके जरिए ज्यादा मीथेन का प्रोडक्शन भी होता है।
  • डिजास्टर में एक रूप होता है, जिसके द्वारा कच्चा माल प्यारी फिकेशन सिस्टम के लिए जाता है।
  • इस प्यारी फिकेशन सिस्टम co2 का शोषण करता है और ch4 को शुद्ध करके अलग भी करता है, जिसके पश्चात कार्बन डाइऑक्साइड को मिथेन से अलग करके कंप्रेशर की सहायता से सिलेंडर में भरा जा सकता है।
  • इसके बाद मीथेन faisa गैस तैयार हो जाती है और जनरेटर से पाइप के द्वारा कंप्रेशर में जोड़ दिया जाता है, जिसके जरिए बिजली का इस्तेमाल पूरे प्लांट में किया जाता है।

गोबर गैस प्लांट को भरते समय बरतने वाली सावधानियां

  • जब भी गोबर गैस प्लांट का निर्माण किया जाता है तब बहुत ही अधिक सावधानी रखने की आवश्यकता होती है। यह भी ध्यान रखें कि कहीं पर भी उसमें लीकेज ना हो और गैस बाहर नहीं निकलना चाहिए।
  • समय-समय पर गोबर गैस प्लांट में लगी हुई गैस पाइप और दूसरे संसाधनों की जांच करते रहना आवश्यक है।
  • जब भी गोबर गैस प्लांट में गोबर डाला जाता है और बाहर निकालने का जो पाइप होता है, उसे हमेशा ढक कर रखना चाहिए।

गोबर गैस प्लांट घर पर कैसे बना सकते हैं?

आवश्यक सामग्री

  • दो इन लेट जो ज्यादा कैपेसिटी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
  • एक आउटलेट का इस्तेमाल
  • 2 ड्रम जिसमें डाइजेस्टर लगे हुए होते हैं।
  • दोनों ड्रम को जोड़ने के लिए कनेक्टर
  • गैस होल्ड करने के लिए होल्डर
  • गोबर एवं अपशिष्ट पदार्थ

प्लांट बनाने की विधि

  • सबसे पहले दो ड्रम लेने होंगे।
  • इसके बाद ड्रम में रजिस्टर लगा हुआ होना चाहिए, इसमें से एक ड्रम बड़ा होना चाहिए और दूसरा ड्रम उससे थोड़ा सा छोटा होना चाहिए।
  • इसके बाद इन दोनों ड्रम में इन लेट सिस्टम देते हैं, जिसकी वजह से कैपेसिटी को इन स्क्रीन किया जाता है।
  • दोनों टाइम में एक आउटलेट भी होता है, जहां से खराब कीजिए बाहर निकाली जाती हैं।
  • इन्हें प्लेट की सहायता से ड्रम के अंदर गोबर और दूसरे सड़े गले पदार्थ पाने के साथ डाले जाते हैं।
  • जब गोबर को इन लेट की सहायता से डाला जाता है तब वह ड्रम में चला जाता है और ड्रम के अंदर डाइजेस्टर होता है, उसका इस्तेमाल होना शुरू हो जाता है।
  • ड्रम में धीरे-धीरे गोबर सड़ने लगता है और जैसे गोबर करने लगता है, उसके कारण गैस बनती है वह ड्रम को ऊपर की तरफ धकेलती है और ड्रम से गैस होल्डर लगाए जाते हैं।
  • गैस होल्डर को कनेक्टर की सहायता से जोड़कर गैस उत्पन्न की जाती है और घरों में सप्लाई किया जाता है।

गोबर गैस प्लांट में होने वाला मुनाफ़ा

इस बिजनेस के द्वारा बहुत ही अच्छा लाभ मिलता है। बाकी आप के गोबर प्लांट के साइज पर डिपेंड करता है। अगर 1 दिन में प्रोडक्शन बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है तो आपको बहुत ही अच्छा मुनाफा हो सकता है।

छोटा गोबर प्लांट लगाए जाने पर लगभग ₹20000 प्रति माह की कमाई हो जाती है। इसी के साथ अगर बड़ा प्लांट लगाया जाता है तो वह कमाई ₹200000 प्रति माह तक पहुंच जाती है और यह बहुत ही मुनाफे वाला बिजनेस है और इन दिनों मार्केट में इस बिजनेस की बहुत ही अधिक डिमांड है।

गोबर गैस प्लांट में रिस्क

इस बिजनेस को करने में किसी भी प्रकार का कोई जोखिम नहीं होता है। किसी भी कीमत पर इस बिजनेस में आपको सिर्फ लाभ ही लाभ मिलेगा।

FAQ

गोबर गैस प्लांट से कौन सी गैस का निष्कासन होता है?

इस प्लांट के जरिये मीथेन गैस का निष्कासन होता है।

गोबर गैस कितने दिन में तैयार हो जाती है?

इस गैस को तैयार होने में लगभग 10 से लेकर 30 दिन तक भी लग जाते हैं।

इस प्लांट को चालू करने में कितना निवेश करना पड़ सकता है?

इस बिजनेस को चालू करने में 10,000 से लेकर ₹100000 तक निवेश कर सकते हैं।

सरकार के द्वारा गोबर गैस प्लांट पर कितनी सब्सिडी मिलती है?

सरकार के द्वारा 60% की सब्सिडी दी जाती है।

निष्कर्ष

यह बिजनेस बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप भी इस बिजनेस को करने की सोच रहे हैं तो यह बहुत ही अच्छा विचार है। आप कम लागत लगाकर भी बहुत अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।

आशा करते हैं आपको यह आर्टिकल गोबर गैस प्लांट कैसे लगाए?, पूरी जानकारी (Gobar Gas Plant Kaise Lagaye) पसंद आया होगा। अगर आप को इस आर्टिकल से संबंधित अन्य कोई भी जानकारी चाहिए तो कमेंट सेक्शन में कमेंट अवश्य करें।

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