Home » कृषि और फार्मिंग » मशरूम की खेती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (प्रकिया, निवेश और मुनाफा)

मशरूम की खेती का बिजनेस कैसे शुरू करें? (प्रकिया, निवेश और मुनाफा)

Mushroom ki Kheti Kaise Karen: आज के समय में ऐसे बहुत सारे बिजनेस है, जो कि काफी ज्यादा तरक्की कर रहे हैं। परंतु आज के समय में किसान ही एक मात्र ऐसे व्यापारी हैं, जो कि ज्यादा तरक्की हासिल नहीं कर पाए है।

यदि आप भी एक किसान है और आप अधिक से अधिक धन कमाकर अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं तो आपके लिए मशरूम की खेती का व्यापार काफी ज्यादा अच्छा और फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि आज के समय में मशरूम की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा हैं।

Mushroom-ki-Kheti-Kaise-Karen-
Image: Mushroom ki Kheti Kaise Karen

यदि आप मशरूम की खेती का व्यापार (mushroom ka business kaise kare) शुरू करना चाहते हैं और आपको इसके बारे में जानकारी प्राप्त नहीं है तो हमारे इस आर्टिकल के अंत तक जरूर बने रहे।

नवीनतम बिजनेस आइडिया और पैसा कमाने के तरीके जानने के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
नवीनतम बिजनेस आइडिया और पैसा कमाने के तरीके जानने के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

क्योंकि आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत मशरूम की खेती कैसे होती है और मशरूम की खेती के व्यापार से जुड़ी हुई संपूर्ण प्रकार की जानकारी देने का प्रयास करेंगे। तो चलिए बिना समय गवाए मशरूम की खेती हिंदी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें? | Mushroom ki Kheti Kaise Karen

Table of Contents

मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें?

आप सब तो जानते ही हैं कि किसी भी बिजनेस की शुरुआत करने से पहले उससे जुड़ी हुई आवश्यक जानकारी के बारे में जानना बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि बिना जाने समझे किसी भी बिजनेस की शुरुआत करना घाटे का सौदा साबित हो सकता है।

ठीक इसी तरह से मशरूम की खेती का व्यापार भी शुरू करने से पहले इससे जुड़ी हुई सभी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करना अति आवश्यक होता है।

सभी प्रकार की जानकारी कहने का अर्थ यह है कि मशरूम क्या होता है, मशरूम के कितने प्रकार है, मशरूम की खेती कैसे करें (mushroom ki kheti kaise karen), इस व्यापार की शुरुआत कैसे करें इत्यादि और भी बहुत सारी महत्वपूर्ण बातें होती हैं, जिनके बारे में जानना अति आवश्यक होता है। क्योंकि इन सभी बातों का विशेष ध्यान रखना बिजनेस को सफल बनाने के लिए अति आवश्यक होता है।

मशरूम कितने प्रकार के होते हैं?

वैसे तो मशरुम के बहुत प्रकार होते हैं। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के अनुसार देखा जाए तो मशरूम के लगभग 10000 किस्में पृथ्वी पर मौजूद हैं। परंतु खेती और व्यापार के आधार पर देखा जाए तो मशरूम के केवल 5 प्रकार ही मौजूद होते हैं, जिनका उत्पादन करके व्यापार किया जाता है।

यही पांच प्रकार के मशरूम खाने लायक होता है। बाकी सभी मशरूम के प्रकार जंगली व जहरीले साबित होते हैं। तो चलिए इन पांचों मशरूम के नाम को जानते हैं:

  1. बटन मशरूम
  2. पैड़ी स्ट्रॉ
  3. स्पेशली मशरूम
  4. दवाओं के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मशरूम
  5. धींगरी या ओयस्टर मशरूम

केवल यही पांच मशरुम होते हैं, जिनका उत्पादन करके व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इन्हीं पांच मशरूम का इस्तेमाल आज के समय में लोग खाने के लिए और दवाइयां बनाने के लिए करते हैं।

इन पांचों मशरूम में से बटन मशरूम सबसे ज्यादा लोगों द्वारा पसंद किया जाने वाला मशरुम है और बटन मशरूम को मिल्की मशरूम के नाम से भी जाना जाता है।

मशरूम की खेती के व्यापार का मार्केट रिसर्च

मार्केट रिसर्च के बारे में तो आप सब अच्छे से जानते ही हैं आज के समय में ऐसे बहुत से बिजनेसमैन है, जो कि अपने बिजनेस को सफल व फायदेमंद बनाने के लिए बिजनेस से जुड़े हुए सभी संभव प्रकार के मार्केट रिसर्च करते हैं।

ठीक इसी तरह यदि मशरूम के बिजनेस को भी ज्यादा फायदेमंद और सफल बनाना है तो इसके लिए मार्केट रिसर्च करना अति आवश्यक है। मार्केट रिसर्च कहने का मतलब यह है कि आप अपने मशरूम फार्म (mushroom farming in hindi) के लिए कैसे जगह का चयन करेंगे?, आप इस व्यापार को कौन-कौन सी जगह के माध्यम से करेंगे?, आप मशरूम को कहां पर बेच सकते हैं?, आप जिस जगह पर व्यापार की शुरुआत कर रहे हैं, उस जगह पर पहले से कोई और भी दुकानें मौजूद है या नहीं?

बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती कैसे करें?, इस व्यापार की शुरुआत करने में कितनी लागत लगेगी?, इस व्यापार का एडवर्टाइजमेंट और मार्केटिंग कैसे करें?, इस व्यापार को करने के लिए और कौन-कौन से महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानना जरूरी है?, इत्यादि बातों का विशेष ध्यान देना अति आवश्यक होता है। क्योंकि मार्केट रिसर्च के बदौलत ही किसी भी बिजनेस को अच्छे से संभाला जा सकता है।

मशरूम की खेती के व्यापार में लगने वाले कच्चे माल की कीमत और कहां से खरीदें?

मशरूम की खेती के व्यापार के अंतर्गत लगने वाले सबसे महत्वपूर्ण और मुख्य कच्चा माल मशरूम का बीज होता हैं। इस बिजनेस की शुरुआत खेती करने से ही होता है, जिसके लिए मशरूम के बीज की आवश्यकता पड़ती है।

भारत में मशरूम की खेती करने की बात करें तो इसको सर्दियों के समय मे ही उगाया जाता है। क्योंकि मशरूम की खेती कम तापमान में किया जाता है। मशरूम को उगाने के लिए काफी ज्यादा नमी की आवश्यकता पड़ती है और इसके साथ ही साथ मशरूम को उगाने के लिए घास फूस, गेहूं या धान का भूंसा इत्यादि चीजों की भी जरूरत पड़ती है।

आप चाहे तो मशरूम की खेती किसी बंद कमरे में भी कर सकते हैं। बस आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि मशरुम को कम तापमान और भरपूर नमी मिले। मशरूम की खेती के व्यापार में लगने वाला दूसरा सबसे महत्वपूर्ण माल कीटनाशक दवाइयां होता है। आप मशरूम की पैदावार अच्छा करने के लिए और कीड़ों से बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके अलावा भी आप मशरूम की खेती करने के लिए कार्बनिक, कार्बनिक यौगिकों, नाइट्रोजन पोषक इत्यादि दवाइयों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि इन सभी दवाइयों का इस्तेमाल करने से मशरूम की खेती के अंतर्गत उत्पादन क्षमता में काफी अच्छी वृद्धि होती है।

यह भी पढ़े: एलोवेरा की खेती करके पैसे कैसे कमाएं?

मशरूम बीज की कीमत

मशरूम के बीज की कीमत आज के समय में लगभग ₹75 रुपए प्रति किलोग्राम होता है। यह रेट अलग-अलग किस्मों के लिए अलग-अलग होता है। मशरूम के बीज में लगने वाली लागत मशरूम के किस्म पर निर्भर होता है।

मशरूम के अलग-अलग किस्मों के बीज का अलग-अलग रेट होता है। इसीलिए आपको बिजनेस की शुरुआत करने से पहले ही तय करना होगा कि आप मशरूम के किस प्रकार के किस्म को उगाना चाहते हैं।

मशरूम का बीज कहां से खरीदें?

आज के समय में मशरूम का बीज किसी भी मार्केट में मिल सकता है। परंतु मशरूम के बीज को खरीदने का सबसे अच्छा साधन ऑनलाइन होता है। आप जो चाहे वो मशरूम के बीज को किसी भी ऑनलाइन वेबसाइट या ऑनलाइन एप्लीकेशन के माध्यम से मंगवा सकते हैं।

आज के समय में ऐसे बहुत सारे वेबसाइट और एप्लीकेशंस बन गए हैं, जिनके अंतर्गत मशरूम के बीज का लेन देन किया जाता है और यदि आप मशरूम के बीज को ऑफलाइन खरीदना चाहते हैं तो आप सीधे सरकार कृषि केंद्र के माध्यम से खरीद सकते हैं।

मशरूम की खेती के व्यापार की प्रोसेस

आज के समय में लगभग सभी बिजनेस को चलाने का अपना ही अलग-अलग प्रोसेस होता है। ठीक इसी तरह मशरूम की खेती के व्यापार को भी सफल, जानकार व फायदेमंद बनाने के लिए कुछ मार्केटिंग प्रोसेस का विशेष ध्यान रखना अति आवश्यक होता है।

मार्केटिंग प्रोसेस कहने का मतलब यह है कि आप अपने बिजनेस कि शुरुआत कैसे कर रहे हैं?, आप अपने बिजनेस को लोगों के सामने किस तरह से प्रदर्शित कर रहे हैं?, आप कैसे मशरूम की खेती कर रहे हैं?, मशरूम को बेचने के लिए कैसे जगह का इस्तेमाल कर रहे हैं?, आप लोगों को कितने दामों में मशहूर को बेच रहे हैं? और आप अपने बिजनेस को सफल बनाने के लिए कैसे-कैसे तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं इत्यादि बातें मार्केटिंग प्रोसेस के अंतर्गत आती हैं, जिनका विशेष रूप से ध्यान रखना अति आवश्यक होता है।

मशरूम की खेती के व्यापार के लिए लोकेशन

आप सब तो जानते ही हैं कि आज के समय में ऐसा कोई भी बिजनेस नहीं है, जिसे करने के लिए कोई परफेक्ट लोकेशन तय ना किया गया हो। आज के समय में लगभग सभी बिजनेस को करने का अपना ही एक अलग और परफेक्ट लोकेशन चुना जाता है। ताकि बिजनेस में किसी भी तरह का हानि ना हो सके क्योंकि बिजनेस की सफलता लोकेशन पर भी निर्भर करती है।

ठीक इसी तरह से मशरूम की खेती के व्यापार को करने के लिए भी एक बेहतर लोकेशन का चयन करना अति आवश्यक होता है। मशरूम की खेती करने के लिए आप ऐसी जगह का चयन कर सकते हैं, जहां पर मशरूम की मांग अधिक हो।

कहने का मतलब यह है कि मशरुम का इस्तेमाल आज के समय में ज्यादातर चाइनीस खानों में किया जाता है यानी कि आप अपने मशरुम की दुकान को किसी होटल या फिर मशरुम के माध्यम से दवाई बनाने वाली कंपनियो के आसपास खोल सकते हैं।

इसके साथ ही साथ आज के समय में मशरूम की मांग अन्य मेडिकल के क्षेत्रों में भी किया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ साथ मशरुम का निर्यात और आयात कई देशों मे भी किया जाता है तो कहने का मतलब यह है कि आप अपने मशरूम के व्यापार को किसी भी क्षेत्र में कर सकते हैं। क्योंकि आज के समय में इस व्यापार को करने के लिए बहुत से क्षेत्र मौजूद है।

मशरूम की खेती के व्यापार के लिए रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस

बाकी बिजनेस की तरह ही मशरूम की खेती के व्यापार को भी करने के लिए कुछ लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन करवाने की आवश्यकता पड़ती है और इसके साथ ही साथ इस बिजनेस को करने के लिए सरकार के माध्यम से सब्सिडी को भी प्राप्त करना होता है।

आपको अपने मशरूम के बिजनेस को करने से पहले एक व्यावसायिक प्रस्ताव बनाकर सरकारी कार्यालय में देना होगा और इसके साथ हि साथ आपको अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड, निवासी प्रमाण पत्र और बैंक खाता का भी जानकारी सरकारी कार्यालय में देना पड़ेगा।

इन सभी जानकारी को सरकारी कार्यालय में देने से ही आपको सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। इस सब्सिडी के अंतर्गत सरकार द्वारा छोटे किसानों को एक मशरूम के थैले पर 40% तक की सब्सिडी दी जाएगी और एक सामान्य व्यक्ति के लिए 20% तक की सब्सिडी दी जाएगी।

मशरूम की खेती के व्यापार के लिए स्टाफ

मशरूम की खेती का व्यापार एक ऐसा व्यापार है, जिसे अकेले कर पाना संभव नहीं है। इसीलिए इस व्यापार को करने के लिए एक काबिल स्टाफ की जरूरत पड़ेगी, जो कि इस व्यापार को संभालने में आपकी सहायता करेंगे।

मशरूम की खेती के बिजनेस के अंतर्गत ऐसे बहुत सारे कार्य होते हैं, जिसे करने के लिए काबिल स्टाफ मेंबर की आवश्यकता होगी। जैसे कि मशरूम की खेती करना, मशरूम की खेती का ध्यान रखना, खेती में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना, मशरूम की पैकेजिंग करना, मशरुम को एक्सपोर्ट करना और तो और इन सभी चीजों से सबसे महत्वपूर्ण चीज है इस बिजनेस का ध्यान रखना।

कहने का मतलब यह है कि आप अपने बिजनेस को मैनेज करने के लिए एक मैनेजर भी रख सकते हैं, जो कि आपके बिजनेस को संभालने के साथ-साथ बिजनेस को सफल बनाने में भी योगदान देंगे।

मशरूम की खेती के व्यापार के लिए पैकेजिंग

किसी भी प्रोडक्ट को आकर्षक व विश्वसनीय बनाने के लिए उसकी पैकेजिंग करना बहुत ही जरूरी होता है। ऐसा करने से प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना बहुत ही आसान बन जाता है, जिसके कारण बिजनेस जानकार और फायदेमंद होता है।

ठीक इसी तरह से यदि आप अपने मशरूम की खेती के व्यापार को फायदेमंद बनाना चाहते हैं तो आप अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग अवश्य करें। आप अपने मशरुम का काफी अच्छे तरीके से पैकेजिंग करके मार्केट में बेच सकते हैं।

ऐसा करने से ग्राहकों को आपके द्वारा बेचे गए प्रोडक्ट पर विश्वास होगा और इस तरह से आपके प्रोडक्ट का ज्यादा से ज्यादा मार्केटिंग होगा, जिससे कि आपके बिजनेस को काफी ज्यादा फायदा हो सकता है।

मशरूम की खेती के व्यापार में लगने वाली लागत

मशरूम की खेती के व्यापार के अंतर्गत मशरूम की खेती करने के लिए एक जमीन की आवश्यकता होती है और इसके साथ-साथ इसकी देखभाल करने के लिए कीटनाशक दवाइयां इत्यादि चीजों की भी जरूरत पड़ती है। तो इस व्यापार के अंतर्गत बस आपको मशरूम की देखभाल और खेती करने के लिए ही लागत की आवश्यकता पड़ेगी।

यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत एक छोटे स्तर से करना चाहते हैं तो शुरुआती दौर में आपको इस बिजनेस को करने के लिए कम से कम ₹10000 रुपए से लेकर ₹50000 रुपए तक की लागत लगेगी।

यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत एक बड़े स्तर से करना चाहते हैं तो आपको इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम से कम ₹100000 रुपए से लेकर ₹1000000 रुपए तक की लागत लगेगी। इस बिजनेस के अंतर्गत आपके द्वारा लगाई गई लागत आपकी क्षमता एवं व्यापार के स्तर पर निर्भर होती है।

यह भी पढ़े: गिलोय की खेती करके पैसे कैसे कमाएं?

मशरूम की खेती के व्यापार में फायदा

आज के समय में ऐसा कोई भी बिजनेस नहीं है, जिसके अंतर्गत फायदा ना हो। बस बिजनेस को फायदेमंद बनाने के लिए सूझबूझ, समझदारी, लग्न और तजुर्बा इत्यादि चीजों के साथ मिलकर कार्य करना अति आवश्यक होता हैv

ठीक इसी तरह से मशरूम की खेती का व्यापार भी एक काफी ज्यादा फायदेमंद बिजनेस है। क्योंकि आप सब तो जानते ही हैं कि आज के समय में मशरूम की मांग कितनी ज्यादा बढ़ती जा रही है, आज के समय में पूरे विश्व में इस व्यापार में हर साल लगभग 12.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है।

तो आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि इस बिजनेस के अंतर्गत आपको कितना ज्यादा मुनाफा हो सकता है। मशरूम का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है, जिसके अंतर्गत कम से कम समय में ही एक अच्छा मुकाम हासिल किया जा सकता है।

यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत छोटे स्तर से कर रहे हैं फिर भी आपको इस बिजनेस के अंतर्गत हर साल ₹100000 रुपए से लेकर ₹500000 रुपए तक का मुनाफा हो सकता है।

आप चाहे तो अपने बिजनेस को अच्छे से चलाकर इससे भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। हालांकि इस बिज़नेस में होने वाला मुनाफा आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तकनीकी, मार्केटिंग प्रोसेस और मशरूम की पैदावार पर निर्भर करता है।

मशरूम की खेती के व्यापार की मार्केटिंग

बाकी बिजनेस की तरह ही मशरूम की खेती के व्यापार को भी जानकार व फायदेमंद बनाने के लिए उसकी मार्केटिंग (mushroom ki marketing kaise kare) करना अति आवश्यक होता है। आप अपने बिजनेस कि मार्केटिंग करने के लिए किसी भी तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आज के समय में ऐसे बहुत सारे ऑनलाइन वेबसाइट, एप्लीकेशन, ऐप इत्यादि चीजें मौजूद है, जिसके माध्यम से आप अपने मशरूम की खेती के व्यापार का एडवर्टाइजमेंट करके बड़ी ही आसानी के साथ मार्केटिंग कर सकते हैं।

इसके साथ ही साथ यदि आप अपने बिजनेस को कम से कम समय में जानकार बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप पोस्टर, बैनर, न्यूज़पेपर, टीवी चैनल, मैगजीन इत्यादि के माध्यम से भी अपने बिजनेस की पब्लिसिटी कर सकते हैं।

इसके साथ ही साथ ही यदि आप अपने कस्टमर को अच्छा व बेहतर प्रोडक्ट प्रदान करते हैं तो आपके बिजनेस की माउथ मार्केटिंग भी काफी अच्छे तरीके से हो पाएगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कम से कम समय में आपके बिजनेस के बारे में जानकारी प्राप्त होगी, जो कि आपके बिजनेस को सफल बनाने में योगदान देंगे।

मशरूम की खेती के व्यापार में रिस्क

आप सब तो अच्छे से जानते ही हैं कि आज के समय में ऐसा कोई भी बिजनेस नहीं है, जिसके अंतर्गत रिस्क ना हो, आज के समय में लगभग सभी बिजनेस में शुरुआती दौर में लॉस होने के चांसेस होते हैं।

ठीक इसी तरह से मशरूम की खेती के व्यापार के अंतर्गत भी काफी ज्यादा रिस्क होने का चांसेस होता है। यदि आप इस बिजनेस के शुरुआत बिना जानकारी प्राप्त किया और बिना सोचे समझे कर रहे हैं, तो आपको इस बिजनेस के अंतर्गत 100% घाटा ही होगा।

इसीलिए इस बिजनेस की शुरुआत करने से पहले आपको इससे जुड़ी हुई सभी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करना बहुत ही जरूरी होता है। इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए आपको खेती करना पड़ता है।

यदि आप अपने मशरूम की खेती का अच्छे से ध्यान नहीं रखेंगे तो आपके द्वारा उगाया गया मशरुम खराब भी हो सकता है, जिससे कि आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। इसीलिए आपको इस बिजनेस को बहुत संभल के करना होगा ताकि आगे चलकर आपको इस बिजनेस से किसी भी तरह का नुकसान ना हो।

मशरूम में क्या पोषक तत्व होते हैं?

मशरूम में पाया जाने वाला पोषक तत्व विटामिन होती है। शरीर के लिए विटामिन डी बेहद जरूरी है। इसकी कमी से कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं। सब्जियों में विटामिन डी बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में मशरूम में पाया जाने वाला विटामिन डी की कमी को पूरा करता है।

आधुनिक समय में जिस तरह बीमारियां बढ़ रही है, उसी तरह लोग अपने विटामिन मिल के हिसाब से डाइट चार्ट प्लान करते हैं। उसमें वे अपनी डाइट में मशरूम की मात्रा बढ़ा रहे हैं।

धीरे-धीरे मशरूम का मार्केट काफी खेल रहा है। ऐसे में मशरूम की खेती कर उसका बिजनेस करना मुनाफे का सौदा है।

मशरूम की खेती के लिए किस तरह की जमीन का चुनाव करना चाहिए?

मशरूम की खेती के लिए आपको 6 बाय 6 की जगह से स्टार्ट कर सकते हैं। अगर आपके पास बहुत बड़ी जमीन नहीं है तो आप यहां से भी स्टार्ट कर सकते हैं। बस यह ध्यान रखने वाली बात है कि वहां पर सूरज की रोशनी ना पहुंचे और तापमान 15 से 22 डिग्री सेंटीग्रेड हो ऐसी जगह में मशरूम की खेती के लिए उत्तम माना गया है।

मशरूम की खेती करने के लिए क्या ट्रेनिंग लेना आवश्यक है?

प्रत्येक जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र संपर्क करके आप मशरूम की खेती की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं। यह खेत में खेती करने से थोड़ा अलग है। इसलिए अगर आप ट्रेनिंग प्राप्त करके इसकी खेती स्टार्ट करेंगे तो आप की फसल बहुत अच्छी होगी यह ट्रेनिंग गवर्नमेंट द्वारा निशुल्क प्रदान की जाती है। इसलिए अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में आप संपर्क कर सकते हैं।

क्या मशरूम कंपोस्ट स्वयं बना सकते हैं?

मशरूम उगाने के लिए कंपोस्ट खाद बनाने का तरीका

  • धान या गेहूं का दर्द 12 सेंटीमीटर लंबाई में कटा हुआ भूसा ढाई सौ किलोग्राम
  • धनिया गेहूं की भूसी 20-25 किलोग्राम
  • अमोनिया सल्फेट या कैलशियम अमोनियम नाइट्रेट 4 किलोग्राम
  • यूरिया 3 किलोग्राम
  • जिप्सम 20 किलोग्राम
  • मेलाथियान 10 मिलीलीटर

मशरूम की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?

मशरूम की फसल 2.5 से 3 महीने में तैयार हो जाती है। इसका उत्पादन अब पूरे भारतवर्ष में हो रहा है।

मशरूम को कौन से मार्केट में बेचना चाहिए?

मशरूम की मांग आधुनिक युग में बढ़ती जा रही है। इसको बेचने के लिए आपको संघर्ष करने की आवश्यकता नहीं है। आप इसको बहुत आसानी से किसी होटल दबाव बनाने वाली कंपनी चाइनीस खाना बनाने वाले तथा प्रोडक्ट बनाने वाले फ्रेंचाइजी को भी आप यह उपलब्ध करा सकते हैं।

भारत में उगाई जाने वाली मशहूर की कौनसी फसल है?

विश्व में खाने योग्य मशरूम की लगभग 1000 प्रजाति पाई जाती हैं, जिसमें 70 प्रजातियां ही खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। भारतीय वातावरण में मुख्य रूप से पांच प्रकार के मशरूम की व्यवस्थाएं स्तर पर खेती की जाती है। आइए जानते हैं किस प्रकार हैं।

  • सफेद बटन मशरूम
  • ढींगरी मशरूम (आँयस्टर)
  • दूधिया मशरूम
  • पैडी स्ट्रॉ मशरूम
  • शिटाके  मशरूम

सफेद बटन मशरूम

भारत में सफेद बटन मशरूम की खेती पहले निम्न तापमान वाले स्थानों पर की जाती थी। लेकिन आजकल कई तकनीकों को अपनाकर इसी की खेती अन्य जगह पर भी की जा रही है।

सरकार द्वारा सफेद बटन मशरूम की खेती के प्रचार-प्रसार को भरपूर प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है। सफेद बटन मशरूम के मार्केट में काफी डिमांड है। इसको हवादार कमरे से हट गया झोपड़ी में आसानी से उगाया जा सकता है।

ढींगरी मशरूम (आँयस्टर)

ढींगरी मशरूम (आँयस्टर) मशरूम की खेती वर्ष भर में की जा सकती है। इसके लिए अनुकूल तापमान से 30 डिग्री सेंटीग्रेड होना चाहिए।

इसका उत्पादन अब पूरे भारतवर्ष में हो रहा है। ढींगरी मशरूम (आँयस्टर) मशरूम की अलग प्रजाति के लिए अलग तापमान की आवश्यकता होती है, इसलिए या मशरूम पूरे वर्ष उगाई जा सकती है। 10 कुंतल मशरूम उगाने के लिए कुछ खर्च ₹50000 आता है।

दूधिया मशरूम

भारत में दूधिया मशरूम की ग्रीष्मकालीन मशरूम के रूप में जाना जाता है, जिसका का बड़ा आकर्षण होता है। यह पैड़ी स्ट्रॉ मशरूम की तरह एक उष्णकटिबंधीय मशरूम है।

इस दूधिया मशरूम को कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में लोकप्रियता हासिल है।

पैड़ीस्ट्रॉ मशरूम

पैडीस्ट्रॉ मशरूम को गर्ग मशरूम के रूप में भी जाना जाता है। जो अपेक्षाकृत उच्च तापमान पर तेजी से बढ़ने वाला मशरूम है। अनुकूल परिस्थितियों में इसका फसल चक्की 4 सप्ताह में पूरा हो जाता है।

मशरूम का स्वाद सुगंध ना गुप्ता प्रोटीन तथा विटामिन और खनिज लवणों की मात्रा में सभी गुणों का अच्छा संयोजन है। इस कारण इस मशरूम की मांग काफी अधिक है। इसकी लोकप्रियता सफेद बटन मशरूम से कहीं भी कम नहीं है। यह भारत में उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि प्रदेशों में उगाया जाता है।

शिटाके मशरूम

शिटाके मशरूम एक शानदार खाद एवं महत्वपूर्ण औषधि मशरूम है। इसके व्यवसायिक और घरेलू उपयोग के लिए आसानी से उगाया जा सकता है या दुनिया में कुल मशरूम उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान पर आता है।

इस मशरूम में बसा और शर्करा नहीं होती, इसलिए या मधुमेह और हृदय रोगियों के उपयोग के लिए बेहतरीन समझा जाता है। इसे सागवान साल और भारतीय किन वृक्ष की ठोस भूसी पर आसानी से उगाया जा सकता है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और विटामिन बी की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

क्या घर से मशरूम की खेती की जा सकती है?

घर से मशरूम की खेती करके पश्चिम बंगाल की उत्तर दिनाजपुर जिले की एक छोटे से गांव की महिला अनीमा मजूमदार को महिंद्रा समृद्धि अवार्ड 2019 में बेस्ट फॉर्म वुमन अवार्ड ऑफ इंडिया किताब से सम्मानित किया गया था। एनिमा को यह सम्मान मशरूम की अच्छी खेती और प्रोसेसिंग करके मशरूम के उम्दा प्रोडक्ट बनाने के लिए मिला था।

अनिमल बताती है उन्होंने घर के पास 1 बीघा जमीन से ही यह कार्य शुरू करा था। तूने मशरूम की खेती करने से पहले मशरूम खेती ट्रेनिंग की थी।

FAQ

मशरूम क्या होता है?

मशरूम एक छाते के आकार जैसा दिखने वाला पौधा होता है, जिसके अंतर्गत बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

मशरूम कितने प्रकार का होता है?

वैसे तो मशरूम बहुत प्रकार के होते हैं। परंतु व्यापार के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला मशरुम केवल पांच प्रकार का ही होता है, जोकि बटन मशरूम, पैड़ी स्ट्रॉ, स्पेशली मासूम, धींगरी और ओयस्टर मशरूम, दवाई वाला मशरूम है।

मशरूम के व्यापार को करने के लिए कितनी लागत लगती है?

मशरूम के व्यापार को करने के लिए कम से कम 10000 रुपए से लेकर 1000000 रुपए तक की लागत लगती है। यह लागत व्यापारी के क्षमता पर निर्भर करती है।

मशरूम की खेती के व्यापार में हर साल कितनी बढ़ोतरी हो रही है?

मशरूम की खेती के व्यापार में हर साल 12.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है।

मशरूम की खेती के व्यापार में कितना फायदा हो सकता है?

मशरूम की खेती के व्यापार को छोटे स्तर से शुरुआत करने के बावजूद भी इस बिजनेस के अंतर्गत हर साल कम से कम 100000 रुपए से लेकर ₹500000 तक का फायदा हो सकता है।

निष्कर्ष

मशरूम का बिजनेस आज के समय में एक काफी अच्छा और फायदेमंद बिजनेस है। क्योंकि आज के समय में मशरूम का रेट काफी ज्यादा होता है और इसके साथ ही साथ इस की मांग भी काफी ज्यादा होता है। आज के समय में बाकी बिजनेस को करने से अच्छा है कि मशरूम की खेती का बिजनेस किया जाए।

क्योंकि इस बिजनेस में दिन-प्रतिदिन बहुत ही तेजी के साथ बढ़ोतरी हो रहा है। यदि मशरूम की खेती के बिजनेस को सूझबूझ, समझदारी, ज्ञान व तजुर्बे के साथ किया जाए तो इस बिजनेस से काफी ज्यादा मुनाफा हासिल हो सकता है।

आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत मशरूम की खेती के व्यापार से जुड़ी हुई सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कराने की कोशिश की है।

आशा करते हैं कि आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से मशरूम की खेती के व्यापार (Mushroom farming Business in hindi) के बारे में काफी ज्यादा जानकारी प्राप्त हुई होगी, जो कि आपके इस बिजनेस की शुरुआत करने में आपकी काफी ज्यादा सहायता कर सकता है। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

यह भी पढ़े

रेशम का बिजनेस कैसे शुरू करें?

चंदन की खेती कैसे करें?

हर्बल खेती का बिजनेस कैसे शुरू करें?

ऑर्गेनिक ग्रीन हाउस बिजनेस कैसे शुरू करें?

खजूर की खेती करके पैसे कैसे कमाएं?

नवीनतम बिजनेस आइडिया और पैसा कमाने के तरीके जानने के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
नवीनतम बिजनेस आइडिया और पैसा कमाने के तरीके जानने के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

Leave a Comment